फिर हिंसा का शिकार हुआ जेएनयु, मारपीट का वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल, आइसा ने लगाया एबीवीपी के पदाधिकारियों और सदस्यों पर हमले का आरोप
अनुराग पाण्डेय
डेस्क: दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें छात्रों के दो गुटों के बीच मारपीट हो रही है। कहा जा रहा है कि ये हिंसक झड़प अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और लेफ़्ट के छात्रों के बीच बीती रात हुई। छात्र नेता इस वीडियो को गुरुवार रात का बता रहे हैं।
वीडियो में एक शख्स छात्रों को डंडे से पीटता दिख रहा है तो दूसरे में एक शख्स छात्रों पर साइकिल फेंकता नजर आ रहा है। वीडियो में लोगों के चिल्लाने की आवाज़ें भी आ रही हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, जेएनयू के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की शिकायत वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है और कुछ छात्रों को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
#UPDATE | Delhi Police say, "We have received complaints from both sides. We are examining the complaints. The Police have come to know about three injured." https://t.co/eo8J906q0c
— ANI (@ANI) March 1, 2024
जेएनयू के छात्रों ने बताया है कि वीडियो बीती रात स्कूल ऑफ़ लैंग्वेज में जेएनयू के जनरल बॉडी इलेक्शन के दौरान हुई हिंसा का वीडियो है।जेएनयू में आइसा की मधुरिमा कुंडू ने कहा, ‘पहले तो इसे झड़प ना कहा जाए। ये एक तरफ़ा हमला था और एबीवीपी के लोगों के अलावा किसी के हाथ में डंडा नहीं था और कोई औजार नहीं था। बीते दो हफ्ते से हर स्कूल में जीबीएम की मीटिंग हो रही है। कल स्कूल ऑफ़ लैंग्वेज में चुनाव आयोग के पद के लिए चुनाव होना था।
उन्होंने कहा कि ‘चार नाम का एलान हुआ और उसके बाद एबीवीपी ने चार घंटे तक पूरी प्रक्रिया को हाईजैक करके रखा और चुनाव रोक दिया। फिर चुनाव शुरू हुआ। दो लोग और चुने गए। हम सब बाहर आ गए। हमें पता चला कि जेएनयू छात्र संगठन के महासचिव दानिश को घेर लिया गया है। हम कहते हैं कि आपको शिकायत है तो ग्रिवांस कमेटी के पास शिकायत करिए। लेकिन वो नहीं सुनते और मारपीट करने लगते हैं। डंडे से मारते हैं। हमारी डफली छिन कर उससे मारपीट की।’
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष उमेंश चंद्र अजमेरा ने कहा, ‘वामपंथी छात्र चुनाव प्रक्रिया में धांधली करने की कोशिश कर रहे थे। स्कूल ऑफ लैंग्वेज के छात्रों ने इस पर आपत्ति जताई और पूरी प्रक्रिया 3-4 घंटे से अधिक समय तक रुकी रही। थोड़ी देर बाद प्रक्रिया दोबारा शुरू हुई, तो आइशी घोष (जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष) ने चार कम्युनिस्ट नामों की घोषणा की और कहा कि वे निर्वाचित हो गये हैं। ये लोग कैसे चुए गए, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई। उन नामों को वापस लेने की छात्र मांग कर रहे थे। इसके बाद लेफ्ट के छात्रों ने धक्का-मुक्की शुरू की। उन लोगों ने डफली से लोगों पर हमला किया।’ अब तक लेफ़्ट के छात्रों की ओर से इस वीडियो को लेकर और एबीवीपी के इन आरोपों कोई बयान नहीं आया है।