खाते फ्रीज़ होने पर कांग्रेस ने कहा ‘नफ़रत से भरी “असुर शक्ति” ने लोकतंत्र की हत्या करने के लिए बैंक अकाउंट फ्रीज़ कर दिया है.’ बोले नड्डा ‘लोग कांग्रेस को पूरी तरह ख़ारिज करने जा रहे हैं’
मो0 कुमेल
डेस्क: कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पार्टी के बैंक खाताओं को फ्रीज करने के लिए केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कई आरोप लगाए। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “नफ़रत से भरी ‘असुर शक्ति’ ने लोकतंत्र की हत्या करने के लिए कांग्रेस के बैंक अकाउंट को फ्रीज़ कर दिया है।”
सोनिया गांधी ने सरकार के क़दम को लोकतंत्र पर हमला क़रार दिया है। वहीं राहुल गांधी ने बैंक खातों को फ्रीज करने के फ़ैसले को कांग्रेस और लोकतंत्र के ख़िलाफ़ ‘आपराधिक कार्रवाई’ क़रार दिया है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि एक महीने पहले कांग्रेस के सारे बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए।
#WATCH | On freezing of party accounts ahead of Lok Sabha elections, Congress MP Rahul Gandhi says, "This is a criminal action on the Congress party, a criminal action done by the Prime Minister and the Home Minister…So, the idea that India is a democracy is a lie. There is no… pic.twitter.com/W9SOKyxU4z
— ANI (@ANI) March 21, 2024
उनके अनुसार, यह मामला 14 लाख रुपए की कर देनदारी का है, लेकिन पार्टी के 285 करोड़ रुपए की निकासी पर रोक लगा दी गई। उन्होंने इस क़दम को कांग्रेस की वित्तीय स्वतंत्रता पर हमला क़रार दिया है। राहुल गांधी ने इस कार्रवाई पर कोर्ट और चुनाव आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सब लोग देख रहे हैं। लेकिन इस मामले में इन सभी संस्थाओं की भूमिका है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि हम रेलवे टिकट नहीं ख़रीद सकते। आज हम पार्टी के लिए विज्ञापन नहीं बुक कर सकते। यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है। वहीं अजय माकन ने कहा कि लोकसभा चुनाव के ठीक पहले केंद्र सरकार ने कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करवा दिया और इस वजह से हम ठीक से चुनाव प्रचार नहीं कर पा रहे हैं।
वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को ग़ैरक़ानूनी और असंवैधानिक कहा, लेकिन उसी इलेक्टोरल बॉन्ड के ज़रिए बीजेपी ने हज़ारों करोड़ रुपए अपने खाते में भर लिए। दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया, जिससे हम पैसे के अभाव में यह चुनाव ठीक से न लड़ पाएं।’
वही भाजपा ने इस पर कहा है कि कांग्रेस अपनी अप्रासंगिकता के लिए वित्तीय मजबूरी को ज़िम्मेदार ठहरा रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा है कि ‘लोग कांग्रेस को पूरी तरह ख़ारिज करने जा रहे हैं। एक ऐतिहासिक हार की आशंकाओं से घिरे कांग्रेस नेतृत्व ने भारतीय लोकतंत्र और इसके संस्थानों के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी की है।’
उन्होंने लिखा है, ‘कांग्रेस बेहद सहजता के साथ अपनी अप्रासंगिकता के लिए वित्तीय संकटों को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं। असल में उनका दिवालियापन वित्तीय नहीं, नैतिक और बौद्धिक है। अपनी ग़लतियां सुधारने की जगह कांग्रेस अपनी समस्याओं के लिए अथॉरिटीज़ को ज़िम्मेदार ठहरा रही है। चाहें आईटीएटी हो या दिल्ली हाई कोर्ट।।। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नियमों का पालन करने के लिए कहा है, बकाया कर चुकाने के लिए कहा है, लेकिन पार्टी ऐसा नहीं करती।’