वकीलों द्वारा सीजेआई को पत्र लिखने पर पीएम मोदी ने किया कांग्रेस की आलोचना, जवाब में खरगे ने कहा, ‘आप अपने पापो को कांग्रेस के सर न मढ़े, आपके द्वारा एक के बाद एक संस्थानों को समर्पण करने के लिए ‘धमकाया’ जा रहा है।’
शफी उस्मानी
डेस्क: तक़रीबन 600 वकीलों की ओर से देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखने के बाद पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना की। पीएम मोदी की इस आलोचना पर अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का इस मामले में बयान आया है और उन्होंने कहा है कि आप अपने पापो को कांग्रेस के सर मढ़ना बंद कीजिये।
बताते चले कि कई वकीलों ने सीजेआई को पत्र लिखकर कहा कि वे न्यायपालिका पर उठते सवालों और अखंडता को कमज़ोर करने के प्रयासों को देखकर चिंतित हैं। जिसके बाद पीएम मोदी ने एक ट्वीट में गुरुवार को कहा कि दूसरों को डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति रही है। उन्होंने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि इसने पांच दशक पहले कमिटेड ज्यूडिशियरी का आह्वान किया था।
PM @narendramodi ji,
You are talking about Judiciary.
1. You conveniently forget that 4 senior-most Supreme Court judges were forced to hold an unprecedented press conference and warn against "destruction of Democracy". That happened under your regime.
One of the judges was…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 28, 2024
जवाब में खड़गे ने जनवरी 2018 में सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर सरकार की आलोचना करने, इनमें से एक जज रंजन गोगोई को राज्यसभा का सदस्य बनाने, हाल में कोलकाता हाई कोर्ट के जज से इस्तीफ़ा दे चुके एक जज को लोकसभा का टिकट देने और नेशनल ज्यूडिशियरी अपॉइंटमेंट कमीशन लाने को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। खड़गे ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर किए एक ट्वीट में आरोप लगाया, ‘मोदी जी, आपके द्वारा एक के बाद एक संस्थानों को समर्पण करने के लिए ‘धमकाया’ जा रहा है।’
उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाया, ‘इसलिए आप अपने पापों के लिए कांग्रेस पार्टी पर दोष मढ़ना बंद करें! आप लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने और संविधान को चोट पहुंचाने की कला में माहिर हैं!’