यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में देरी से एफआईआर होने पर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटाया गया, राजीव कृष्ण को मिली भर्ती बोर्ड की ज़िम्मेदारी
फारुख हुसैन
डेस्क: यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में देरी से एफआईआर होने पर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया है। उन्हें 14 जून 2023 को महानिदेशक और अध्यक्ष उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई थीं। उनकी जगह राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है।
दरअसल 17 और 18 फरवरी 2024 को यूपी में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसके बाद इसका पेपर कई घंटों पहले सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था। इसके बाद पूरे राज्य में छात्रों ने जमकर हंगामा किया। करीब 50 लाख अभ्यार्थियों ने ये पेपर दिया था। करीब 60 हजार पदों के लिए ये परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को निरस्त करने का आदेश दिया था और ये कहा था कि ये परीक्षा 6 महीने में दोबारा कराई जाए।
इस दरमियान जांच कमेटी की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि परीक्षा रद्द होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी और ना ही समय पर मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। बताते चले कि रेणुका मिश्रा 1990 बैच की आईपीएस अफसर हैं। 20 अगस्त 1990 को पुलिस विभाग में उन्होंने ज्वॉइन किया था। साल 2021 में रेणुका मिश्रा का प्रमोशन हुआ था, जिसके बाद उन्हें डीजी का पद मिला था।
इसी दौरान रेणुका मिश्रा को स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। इसके बाद उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई। वो 2005 में डीआईजी, 2010 में आईजी, 2014 में एडीजी और 2021 में डीजी के पद पर आसीन हुई थी। रेणुका मिश्रा को कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है। उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक, भारतीय पुलिस पदक जैसे अवार्ड अपने नाम किए हुए हैं।