अरे गजब: मध्य प्रदेश में मंत्री जी के बेटा ने मार के फोड़ दिया एक का कपार, थाने पहुचे खुद मंत्री जी, और ऍफ़आईआर करने वाले 4 पुलिस कर्मियों को विभाग ने दिया ‘लाइन हाज़िर’ बतौर उपहार

तारिक़ आज़मी

डेस्क: एक समय था कि जब किरण बेदी द्वारा इंद्रा गांधी की कार को क्रेन से उठवा लिए जाने के बाद खुद इन्द्रा गांधी ने किरण बेदी के इस निष्पक्ष कार्यवाही की प्रशंसा किया था और उनको अपने आवास पर बुला कर मुलाकात किया था कि बेखौफी के साथ उन्होंने एक प्रधानमंत्री के साथ भी कार्यवाही किया। मगर अब समय और सिस्टम बदल चूका है। जिसका जीता जागता उदहारण भोपाल में देखने को मिला जहाँ एक मंत्री जी के पुत्र द्वारा मारपीट करने पर ऍफ़आईआर दर्ज करने वाले 4 पुलिस कर्मियों को विभाग ने लाइन हाज़िर कर दिया है।

मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है। जहाँ मोहन यादव सरकार में राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे पर हमले के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य मंत्री के बेटे पर एक बाइक सवार के साथ मारपीट करने का आरोप है लेकिन साथ ही उसने बचाव में आए एक दंपत्ति के साथ भी मारपीट की। मामले को लेकर राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल खुद शाहपुरा थाने पहुंचे। हैरानी की बात ये है कि इस मामले में भोपाल पुलिस ने अपने चार पुलिसकर्मियों को ही लाइन हाजिर कर दिया है।

शाहपुरा थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक फरियादी अलीशा सक्सैना के पति डेनिस मार्टिन ने बताया कि उनका एक रेस्टोरेंट है, जिसके सामने शनिवार शाम को एक इनोवा कार रुकी, जिसमें कुछ लड़के-लड़कियां सवार थे। इनोवा सवार लड़कों ने उतरकर एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। अलीशा का आरोप है कि जब उन्होंने और उनके पति डेनिस मार्टिन ने बाइक सवार को बचाने की कोशिश की तो मारपीट कर रहे युवकों ने उनके साथ गाली-गलौज की और अलीशा पर हमला कर दिया। आरोपी युवक खुद को मंत्री का बेटा अभिज्ञान पटेल बता रहा था।

इस दौरान जब अलीशा का पति डेनिस उसे बचाने आया तो कार सवार युवक ने उसके सिर पर गमले और रॉड से हमला कर दिया, जिससे डेनिस को गहरी चोट लग गई। बीच बचाव करने आए रेस्टोरेंट कर्मचारी सीताराम के साथ भी युवकों ने मारपीट की। इसके बाद तीनों ने शाहपुरा थाने जाकर घटना की एफआईआर दर्ज कराई। वहीं इस पूरे मामले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।

पुलिस ने राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के बेटे अभिज्ञान पटेल की शिकायत पर काउंटर एफआईआर दर्ज की है। पीड़ित महिला अपने पति और रेस्टोरेंट कर्मचारी के साथ थाने पहुंची तो अभिज्ञान पटेल भी वहां पहुंच गया। थाने में भी दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला बढ़ता देख पुलिस ने अभिज्ञान पटेल के खिलाफ धारा 294, 324, 506, 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली। देर रात राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी अपने समर्थकों के साथ शाहपुरा थाने पहुंचे और आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके बेटे की पिटाई की है। देर रात इस मामले में 4 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।

रविवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बाइक सवार विवेक सिंह, अलीशा सक्सैना और उनके पति डेनिस मार्टिन के साथ शाहपुरा थाने पहुंचे और पुलिस से पूछा कि जब डेनिस के सिर पर 7-8 टांके लगे थे तो फिर पुलिस ने मामला क्यों दर्ज किया? हत्या के प्रयास का मामला। इसे दर्ज क्यों नहीं किया गया और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई क्यों की गई? वहीं जीतू पटवारी का आरोप है कि बाइक सवार के खिलाफ एफआईआर भी अभी तक दर्ज नहीं की गई है। आजतक ने अपनी रिपोर्ट में हबीबगंज एसीपी मयूर खंडेलवाल के बयान को आधार बना आकार लिखा है कि एसीपी ने कहा है कि पुलिसकर्मियों पर अभिज्ञान पटेल और उसके साथियों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप है, जिसके बाद चारों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

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