अजीब-ओ-गरीब: तीन फेरो तक तो सब था ठीक, चौथे फेरे पर दुल्हन ने खोली गाँठ और पाँव पटकते हुवे चली गई अपने रूम, कहा ‘जब दुल्हे को फोन पर कह दिया था बरात लेकर न आना तो क्यों आया? शादी नहीं करुँगी’
आदिल अहमद
डेस्क: कानपुर में एक शादी में बाराती उस वक़्त बुरी तरह हैरान रह गए जब दुल्हन ने चौथा फेरा लेने के बाद ही शादी से इनकार कर दिया। और उसके बाद दुल्हन ने जो अपना रौद्र रुप दिखाया तो फिर वहां किसी की हिम्मत भी नहीं पड़ी कि दुल्हन से बहस करसके। दुल्हन ने बाकायदा मंडप पर चुनरी की गांठ खोली और पैर पटकती हुई वहां से सीधे अपने कमरे में चली गई। दिन भर पंचायत चली, मगर दुल्हन शादी को तैयार ही नहीं हुई।
दुल्हन से जब शादी तोड़ने की वजह पूछी गई तो उसने बताया कि उसने पहले ही दूल्हे को फोन पर कह दिया था कि बारात लेकर नहीं आना नहीं तो बेइज्जत हो जाओगे, लेकिन ये लोग नहीं मानें। दुल्हन को समझाने की बहुत कोशिश हुई लेकिन आखिर में दूल्हे को बिना दुल्हन के ही अपनी बारात लौटाकर ले जानी पड़ी। मामला कानपुर के चौबेपुर स्थित एक गाँव का है।
चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित एक गांव निवासी किसान की बेटी की शादी कानपुर देहात के रूरा में तय हुई थी। शादी से पहले गोद भराई, बरिच्छा और तिलक की रस्में अदा की जा चुकी थीं। मंगलवार को बैंड-बाजे के साथ बारात पहुंची। लड़की पक्ष के लोगों ने बारातियों का स्वागत किया। इसके बाद द्वाराचार और जयमाल की रस्में भी हो गईं।
जब बात नहीं बनी तो मामला चौबेपुर थाने पहुंच गया। इसके बाद दोनों पक्षों में पंचायत शुरू हुई, जिसमें गांव के बड़े बुजुर्ग, पुलिस और दोनों पक्षों के रिश्तेदार शामिल हुए। दुल्हन ने भरे समाज में कह दिया कि मैंने पहले ही दूल्हे से फोन करके बारात नहीं लाने के लिए कहा था। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच एक दूसरे को दिए गए गिफ्ट और नकदी की वापस करने पर सहमति बन गई। अब दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता हो गया। इसके बाद बारात बिना दुल्हन के ही लौट गई।