पूर्व पीएम का सांसद पोता, पूर्व सीएम का भतीजा, शक्ति इतनी की पीएम मोदी ने भी जनसभा में वोट के लिए किया अपील, फिर भला किसकी हुई मजाल जो लीक किया कथित सेक्स स्कैंडल का वीडियो, पूर्व ड्राईवर के आरोप अगर सच है तो आप भी कह उठेगे ‘छी….! ऐसा इंसान….!
तारिक़ आज़मी
डेस्क: नाम प्रज्वल रेवन्ना, कद पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवीगौड़ा का पोता और वर्त्तमान सांसद, पॉवर पूर्व सीएम कुमारास्वामी का भतीजा। इतना बड़ा कद होने के बाद शक्ति में इजाफा ऐसे कि भारत की सबसे शक्तिशाली पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन। कद इतना ही ऊँचा कि एक पखवारे पहले खुद प्रधानमंत्री मोदी उसके लिए हासन में वोट की अपील करते हुवे पीठ थपथपा रहे थे। इसके बावजूद भला किसकी हुई मजाल जिसने ऐसे वीडियो लीक कर दिया? एक बड़ा सवाल है।
मीडिया इसके ऊपर अभी फिलहाल मंथन अपने मन में कर रहा है कोई डिबेट नही है। कोई बात नही। एक रंनिंग स्टोरी के तरीके से आपके हाथो में आने वाला अखबार इसको छाप चूका है। 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव से एक दिन पहले हासन में सैकड़ों पेन ड्राइव के ज़रिए वीडियो बाँटे गए। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि इन पेन ड्राइव में 2900 से ज़्यादा वीडियो हैं। ये वीडियो कथित तौर पर प्रज्वल रेवन्ना ने रिकॉर्ड किए। ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किए गए।
सांसद प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो का राज कैसे खुला, इस रहस्य से पर्दा उठ गया है। इसके पीछे की सच्चाई पूर्व ड्राइवर कार्तिक ने बताई है। कार्तिक ने खुलासा किया कि उन्होंने यह वीडियो बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा को सौंपा था, जो महिलाओं के लिए न्याय की बात करते थे। उन्होंने बताया कि रेवन्ना परिवार ने उन्हें परेशान किया और उनकी जमीन अपने नाम करवा ली। इसके बाद उन्होंने गौड़ा से संपर्क किया।
कार्तिक ने एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्हें नहीं पता कि गौड़ा ने किसके साथ वीडियो साझा किया, लेकिन न्याय के लिए वह उनके पास क्यों जाएं। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने इसे कांग्रेस नेताओं को नहीं दिया। कार्तिक ने बताया कि वह एसआईटी के सामने पेश होकर सारे दस्तावेज सौंपने जा रहे हैं। देवराजे गौड़ा ने पहले भी रेवन्ना की शिकायत की थी। उन्होंने दावा किया था कि रेवन्ना ने महिलाओं के साथ अनैतिक व्यवहार किया है। गौड़ा ने इस बारे में आगाह किया था और पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी थी।
बताते चले कि राज्य सरकार ने मामले का संज्ञान तब लिया, जब राज्य की महिला आयोग की प्रमुख नागलक्ष्मी चौधरी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पुलिस प्रमुख को ख़त लिखा। नागलक्ष्मी चौधरी ने कहा, ‘हासन में महिलाओं के अश्लील वीडियो पेन ड्राइव में बाँटे जा रहे हैं। ये सोशल मीडिया पर भी शेयर किए गए। ये बहुत चिंताजनक है और इन वीडियो में सैकड़ों महिलाएं हैं। महिला आयोग को भी इस मामले में पेन ड्राइव और शिकायत मिली है।’ महिला आयोग ने सीएम और पुलिस को लिखी चिट्ठी में जांच करने, वीडियो रिकॉर्ड करने और बाँटने वालों को सख़्त सज़ा देने की मांग की गई।
इसके बाद 27 अप्रैल को कर्नाटक सरकार ने एसआईटी बनाकर वीडियो की जांच करने के लिए कहा। इस बीच 26 अप्रैल में हासन समेत दक्षिण कर्नाटक की 14 सीटों पर हुए मतदान के बाद प्रज्वल यूरोप दौरे पर चले गए हैं। प्रज्वल के पिता ने सोमवार को कहा, ‘प्रज्वल भागे नहीं हैं। वो पहले से तय दौरे के तहत बाहर गए हैं। वो जांच का सामना करेंगे। वो नहीं जानते थे कि एफआईआर होने वाली है और सरकार इस मामले में एसआईटी बना देगी।’
प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप हैं। कई वीडियो वायरल होने के बीच प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी जाने की बात सामने आई है। प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। प्रज्वल रेवन्ना के पिता कर्नाटक में विधायक हैं और चाचा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी हैं। द इंडियन एक्सप्रेस अख़बार ने इस केस पर रिपोर्ट की है और बताया है कि ये केस कैसे खुला? अखबार लिखता है कि जो वीडियो वायरल हुए, पुलिस के लिए उन वीडियो के सोर्स तक पहुंचना काफी अहम था। पुलिस अपनी जांच में हासन के कई लोगों से बात करेगी ताकि जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनके सही होने की बात को साबित किया जा सके।
पुलिस जिन लोगों से पूछताछ करेगी, उनमें प्रज्वल के दोस्त से बने दुश्मन, राजनीतिक प्रतिद्वंदी भी शामिल होंगे। प्रज्वल रेवन्ना और उनके क़रीबियों का दावा है कि ये वीडियो एडिटेड और सही नहीं हैं। अखबार लिखता है कि इन वीडियो के बारे में सार्वजनिक तौर पर जून 2023 में सबसे पहले तब पता चला, जब प्रज्वल ने बेंगलुरु सिविल कोर्ट का रुख़ किया था। प्रज्वल 86 मीडिया संस्थानों, तीन व्यक्तियों के ख़िलाफ़ अदालत पहुंचे थे। प्रज्वल ने अदालत से इन मीडिया संस्थानों पर वीडियो को पब्लिश करने, छापने या प्रसारित करने से रोक लगाने की मांग की थी। प्रज्वल ने तब इन वीडियो को फेक और एडिटेड बताया था।
इस केस में जिन लोगों का नाम था, उनमें से एक प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर थे जिन्होंने सात साल की नौकरी के बाद मार्च 2023 में नौकरी छोड़ दी थी। अखबार लिखता है कि ऐसा कहा जा रहा है कि ये ड्राइवर प्रज्वल के परिवार के सदस्य की तरह था। ड्राइवर की प्रज्वल के फोन, इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों तक पहुंच थी। प्रज्वल और ड्राइवर के बीच जब ठन गई तो इसके बाद उसने प्रज्वल को धमकाना शुरू किया। दिसंबर 2023 में ड्राइवर ने पुलिस में शिकायत कर्ज करवाई कि उनकी पत्नी को प्रज्वल ने किडनैप कर लिया है। आरोप लगाया कि प्रज्वल की ओर से 13 एकड़ ज़मीन की मांग की गई थी।
इस वाकये के बाद वीडियो का मुद्दा जनवरी 2024 में हासन में वकील और स्थानीय बीजेपी नेता जी देवराजे गौड़ा ने उठाया। जी देवराजे वही शख़्स हैं, जिनकी कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका के बाद प्रज्वल को बतौर सांसद अयोग्य करार दिया गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस फ़ैसले पर रोक लगाई थी। देवराजे ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में होले नरसीपुर सीट से चुनाव लड़ा था और प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना के सामने चुनाव हार गए थे।