पीएम मोदी ने कहा ‘कांग्रेस की जब सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि “देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है”, ये आपका धन लेकर घुसपैठियों को बाटेगे, बोली कांग्रेस ‘नफरत के बीज बो रहे’
अनुराग पाण्डेय
डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि कांग्रेस मां-बहनों का सोना लेकर ‘घुसपैठियों को बांटना’ चाहती है। उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे- जिनके ज़्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा?
प्रधानमंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री देश में नफ़रत के बीज बो रहे हैं। बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में मुसलमानों को लेकर टिप्पणी भी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कहा कि उनकी सरकार का मक़सद पानी और गैस को घर-घर पहुंचाने के बाद अब हर घर-सूर्य घर बनाने का है। प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि आने वाले पांच साल मुफ़्त राशन मिलता रहेगा, इसका सबसे बड़ा फ़ायदा आदिवासी परिवारों, दलित परिवारों और पिछड़ा वर्ग के परिवारों को मिलेगा।
राजस्थान के मेरे परिवारजनों ने अगले चरण में भी कांग्रेस को सबक सिखाने की ठान ली है। बांसवाड़ा में विजय शंखनाद सभा को संबोधित कर रहा हूं। https://t.co/NwcFRCSOQv
— Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2024
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि देश में एक मज़बूत सरकार की ज़रूरत है, जो सरहदों की सुरक्षा कर सके और ज़रूरत पड़ने पर पाताल में भी खोजकर दुश्मनों का सफ़ाया कर सके। मोदी ने कहा, ‘इतना बड़ा देश क्या किसी ऐसे व्यक्ति को दे सकते हैं जिसका कोई ट्रैक रिकॉर्ड ना हो। एक मोदी है, जिसे आप जानते हैं, 23 साल हो गए, 13 साल गुजरात में भी डूंगरपुर-बांसवाड़ा के लोगों ने मुझे क़रीब से देखा है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस के मेनिफ़ेस्टो पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की महिलाओं के सोने का हिसाब करके उसे बांटना चाहती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारे आदिवासी परिवारों में चांदी होती है उसका हिसाब लगाया जाएगा, जो बहनों का सोना है, और जो संपत्तियां हैं, ये सबको समान रूप से वितरित कर दी जाएंगी, क्या ये आपको मंज़ूर है? आपकी संपत्ति सरकार को लेने का अधिकार है क्या? क्या आपकी मेहनत करके कमाई गई संपत्ति को सरकार को ऐंठने का अधिकार है क्या?’
अपने भाषण में मोदी ने कहा, ‘पहले जब उनकी सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे- जिनके ज़्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंज़ूर है ये?’
मोदी ने कहा, ‘ये कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है कि वो मां-बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उसे बांट देंगे और उनको बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। भाइयों बहनों ये अर्बन नक्सल की सोच, मेरी मां-बहनों ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे, ये यहां तक जाएंगे।’
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और संविधान देश के सभी नागरिकों को बराबरी का अधिकार देता है। सरकार का दायित्व है कि वो देश के नागरिकों के बीच भेदभाव ना करे और सभी के लिए बराबरी के मौके उपलब्ध कराये। विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस भाषण की आलोचना की है और कहा है कि प्रधानमंत्री नफ़रत के बीज बो रहे हैं।
यूथ कांग्रेस के नेता श्रीनिवास बीवी ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के अंश को साझा करते हुए लिखा है, ‘ये देश का दुर्भाग्य है कि ये व्यक्ति इस देश का प्रधानमंत्री है, और उससे भी बड़ी त्रासदी है कि भारत का चुनाव आयोग अब जिंदा नही रहा।’
ये देश का दुर्भाग्य है कि ये व्यक्ति इस देश का प्रधानमंत्री है, और उससे भी बड़ी त्रासदी है कि भारत का चुनाव आयोग अब जिंदा नही रहा..
हार की बौखलाहट के चलते खुलेआम भारत के प्रधानमंत्री नफरत का बीज बो रहे है, मनमोहन सिंह जी के 18 साल पुराने अधूरे बयान को Misquote करते ध्रुवीकरण कर… pic.twitter.com/ejatjJe7Jg
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 21, 2024
श्रीनिवास ने लिखा, ‘हार की बौखलाहट के चलते खुलेआम भारत के प्रधानमंत्री नफरत का बीज बो रहे है, मनमोहन सिंह जी के 18 साल पुराने अधूरे बयान को मिसकोट कर (गलत संदर्भ में इस्तेमाल करके) ध्रुवीकरण कर रहे है, लेकिन चुनाव आयोग (मोदी का परिवार) नतमस्तक है।’