राहुल गांधी ने इलेक्ट्रोल बांड पर कहा ‘सरकार का इरादा पारदर्शिता लाने का होता तो भाजपा ने चंदा देने वालो नाम क्यों नही बताया’, अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने पर बोले ‘पार्टी के आदेश का पालन करूँगा’
आफताब फारुकी
डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए सरकार का इरादा पारदर्शिता लाने का होता तो बीजेपी ने चंदा देने वालों के नाम क्यों नहीं बताए। उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में इंडिया गठबंधन के नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस की।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ‘ये चुनाव विचारधारा का चुनाव है, बीजेपी संविधान को ख़त्म करने की कोशिश कर रही है तो वहीं इंडिया गठबंधन इसे बचाने की कोशिश कर रही है। महंगाई, बेरोज़गारी और भागीदारी इस चुनाव का मुद्दा है। कभी पीएम मोदी समुद्र के नीचे चले जाते हैं, कभी प्लेन में आसमान पर चले जाते हैं लेकिन जो मुद्दे हैं, उन पर न ही मोदी और न ही बीजेपी बात करती है।’
उन्होंने कहा ‘पिछले दिनों पीएम मोदी ने एएनआई को इंटरव्यू दिया जो स्क्रिप्टेड था लेकिन फ्लॉप था। पीएम मोदी कहते हैं कि इलेक्टोरल बॉन्ड ट्रांसपेरेंसी के लिए लाया गया, अगर ये सच है तो इसे सुप्रीम कोर्ट ने रद्द क्यों किया। अगर आप ट्रांसपेरेंसी लाना चाहते थे तो जिन लोगों ने पैसा दिया आप उनका नाम क्यों छिपाना चाहते थे।’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘किसी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट मिलता है तो उसके बाद बीजेपी को पैसा मिलता है। किसी कंपनी पर ईडी की सीबीआई की कार्रवाई होती है, 10 या 15 दिन बाद बीजेपी को चंदा मिलता है। ‘सड़क पर इसे वसूली कहा जाता है। पीएम मोदी भ्रष्टाचार के चैंपियन हैं।’ वहीं अखिलेश यादव ने दावा किया कि ‘पीडीए बीजेपी को हराने जा रहा है। इस बार बीजेपी की विदाई शानदार होने वाली है।’
अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने पर बोले ‘पार्टी के आदेश का पालन करूँगा’
इंडिया गठबंधन के नेता राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव प्रचार के आख़िरी दिन बुधवार को उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने के सवाल पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि, ‘पार्टी की ओर से जो भी आदेश मिलेगा मैं उसका पालन करूंगा।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि ‘यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। एक तरफ आरएसएस और बीजेपी संविधान और लोकंतत्र को खत्म कर रही हैं। इंडिया गंठबंधन संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रही है।’ वहीं अखिलेश यादव ने दावा किया कि ‘पीडीए बीजेपी को हराने जा रहा है। इस बार बीजेपी की विदाई शानदार होने वाली है।’ राहुल गांधी ने कहा, ‘देश में दो या तीन मुख्य मुद्दे हैं। बेरोज़गारी, महंगाई और भागीदारी।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘बीजेपी भटकाव की राजनीति करती है। पीएम समुद्र में चले जाते हैं। लेकिन मुद्दों के बारे में बात नहीं करते। कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने एएनआई को इंटरव्यू दिया। पीएम का इंटरव्यू फ्लॉप शो था। इंटरव्यू स्क्रिप्टेड था। पीएम मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड समझाने की कोशिश की। पीएम कहते हैं कि यह सिस्टम पारदर्शिता के लिए लाया गया। तो सुप्रीम कोर्ट ने यह सिस्टम रद्द क्यों किया। अगर पारदर्शी था तो बीजेपी ने चंदा देने वाली कंपनियों के नाम क्यों नहीं बताए।’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘किसी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट मिलता है तो उसके बाद बीजेपी को पैसा मिलता है। किसी कंपनी पर ईडी की सीबीआई की कार्रवाई होती है, 10 या 15 दिन बाद बीजेपी को चंदा मिलता है। सड़क पर इसे वसूली कहा जाता है। पीएम मोदी भ्रष्टाचार के चैंपियन हैं।’
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस दिन भारत सरकार किसानों की आय बढ़ा देगी उस दिन गरीबी दूर हो जाएगी। ‘जातिगत जनगणना, सामाजिक न्याय देश की खुशहाली के लिए ज़रूरी है।’ अखिलेश यादव ने कहा, ‘हम लोग जी-20 की तरह नहीं हैं। जहां दो का चलता हो और बाकी सब ज़ीरो हों।’ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।