गैंगरेप के बाद काट दिया था पीडिता की ज़बान, दो साल की कानूनी लड़ाई के बाद अदालत के हुक्म पर अब दर्ज किया दिल्ली पुलिस ने ऍफ़आईआर
जीशान अली
डेस्क: इन्साफ की पहली सीढ़ी चढ़ने के लिए एक पीडिता को दो सालो तक अदालत के चक्कर लगाने पड़े। गैंगरेप के बाद जुबांन काट देने के आरोप लिए महिला पहले अधिकारियों के चक्कर लगाती रही। मगर जब सुनवाई नही हुई तो अदालत के शरण में उसको जाना पड़ा, जहाँ दो साल चले संघर्ष के बाद अदालत के हुक्म पर अब पुलिस ने ऍफ़आईआर दर्ज किया है। मामला दक्षिणी दिल्ली का है।
पीडिता के अनुसार घटना साल 2022 के दिसंबर महीने की है। वो दिल्ली के बदरपुर इलाके में रहती है और गोविंदपुरी इलाके में एक घर में खाना बनाने का काम करती थी। शिकायत के मुताबिक जिस घर में पीड़िता काम करती थी वहां की मालकिन मसाज सेंटर चलाती थी। 29 दिसंबर 2022 को पीड़िता को महिला ने शाम को अपने बेटे के जन्मदिन पर खाना बनाने को बुलाया था। वहां पर आए एक मेहमान पर भी पीड़िता ने पानी के बहाने छूने का आरोप लगाया है।
पीड़ित महिला के मुताबिक उसी वक्त मालकिन ने उसे कोल्ड ड्रिंक में कुछ नशीला पदार्थ मिला कर पिला दिया, दो दिन बाद जब उसे होश आया तो उसने खुद को गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में पाया। आरोप है की महिला के साथ मारपीट की गई, उसकी ज़बान काट दी गई थी ताकि वो बयान न दे सके, डराया और धमकाया भी गया था। महिला के मुताबिक उसके प्राइवेट पार्ट्स में भी सूजन थी।
इसके बाद महिला किसी तरह से वहां से भाग कर आई और घरवालों से बात की जिसके बाद वो उसे पहले एक निजी अस्पताल में ले गए जहां से उसे फिर एम्स में ले जाया गया। महिला की शिकायत है कि उसकी मालकिन की मदद से वहां मौजूद एक युवक ने जिसने पानी के बहाने उसे छूने की कोशिश की थी, बाद में उसने और तीन चार लोगो ने उसके साथ रेप किया और जानवरों की तरह मारपीट की।
फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर में गैंगरेप के अलावा मारपीट और जान से मारने की धमकी देने की धारा दर्ज है। पुलिस अब पीड़िता का मेडिकल करा रही है। दो साल संघर्ष करने के बाद पीडिता की ऍफ़आईआर दर्ज हुई है।