नेतन्याहू को अपने ही मुल्क में फिर से करना पड़ रहा है विरोध का सामना, प्रदर्शनों का जारी है सिलसिला
मो0 कुमेल
डेस्क: इसराइल के पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू को अपने ही मुल्क में एक बार फिर विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है। ये विरोध प्रदर्शन ऐसे वक़्त में हो रहा है, जब हमास इसराइल के साथ समझौते की शर्तों को मानने के लिए तैयार हो गया है। लेकिन इसराइल स्थायी सीज़फायर की शर्तों को मानने से इनकार कर रहा है।
इससे पहले ग़ज़ा के रफ़ाह में इसराइल ने क़रीब एक लाख लोगों को घर छोड़कर दूसरे इलाक़ों में जाने के लिए कहा था। इसराइल इस इलाक़े में हमले की योजना बना रहा था।हमास के क़ब्ज़े में अब भी कई इसराइली बंधक हैं। ये बंधक सात अक्तूबर को इसराइल पर हमास के हमले के बाद से अपने घर नहीं लौट पाए हैं। ऐसे बंधकों की संख्या 128 बताई जाती है। इनमें से कम से कम 34 लोगों के बारे में माना जा रहा है कि वो अब मर चुके हैं।
इन बंधकों के परिवारों ने तेल अवीव में हाथों में रेड पेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ये लोग खाली ताबूत लेकर जुटे और बंधकों को तुरंत छोड़ने की मांग की। एक प्रदर्शनकारी ने हाथ में एक ऐसा पोस्टर लिया हुआ था, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से युद्ध रुकवाने की अपील की गई थी। बाइडन ने नेतन्याहू को रफ़ाह में किसी तरह के हमले ना किए जाने को लेकर आगाह किया था।