हाई कोर्ट के आदेश पर मध्य प्रदेश के दुसरे सबसे बड़े घोटाले ‘नर्सिंग घोटाले’ की जाँच कर रहा सीबीआई अफसर निकला घुसखोर, सीबीआई की एक टीम ने रंगे हाथो किया गिरफ्तार
फारुख हुसैन
डेस्क: व्यापमं घोटाले के बाद मध्य प्रदेश नर्सिंग घोटाला राज्य का दूसरा बड़ा घोटाला है, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। मध्य प्रदेश के कुल 364 नर्सिंग कॉलेजों की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। नर्सिंग कॉलेजों में अनियमितता की शिकायत के बाद यह मामला मध्य प्रदेश हाई कोर्ट तक पहुंच गया था। हाई कोर्ट के आदेश के आधार पर अक्टूबर 2022 में सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की। अब इस मामले में एक ट्वीस्ट आ गया है।
घोटाले की जाँच के दरमियान ही जांच करने वाली सीबीआई टीम के मामले में एक नया मोड़ आ गया। यह ऐसा केस हुआ है जिसने सभी को चौंका दिया है। रविवार 19 मई को इसमें एक नया मोड़ आ गया, जब दिल्ली से आई सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने भोपाल के चार सीबीआई अधिकारियों को मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सीबीआई इंस्पेक्टर है, जबकि अन्य दो एमपी पुलिस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में डेपुटेशन पर सीबीआई मे काम कर रहे हैं। इसके अलावा एक निजी नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन, प्रिंसिपल और एक बिचौलिए को भी रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को रविवार रात ही भोपाल की विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 29 मई तक रिमांड पर भेज दिया गया है।
आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने धारा 7, 7ए, 8, 9, 10 और 12 के तहत मामला दर्ज किया है। इंस्पेक्टर राहुल राज पर जांच रिपोर्ट को प्रभावित करने के लिए मलय नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन और प्रिंसिपल से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है।