प्रयागराज: पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह को लिया पुलिस ने हिरासत मे, पुलिस के छोड़ने के बाद भी थाने से न जाने पर अड़े रेवती रमण, अजय राय और सीपी राय ने किया पुलिस कार्यवाही की निंदा
तारिक़ खान
डेस्क: प्रयागराज में लोक सभा की दो सीटों पर मतदान सकुशल सम्पन्न हो गया। एक दो जगह पर पोलिंग बूथों पर मामूली शिकायत आई, जिसको निर्वाचन आयोग ने कहा है कि समस्या तुरंत दूर कर दी। इसी दौरान करेली के पोलिंग बूथ पर पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह को पुलिस द्वारा रोके जाने पर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। 8 बार के विधायक और 4 बार के सांसद रह चुके रेवती रमण सिंह और पुलिस के बीच गरमागरम बहस भी हुई।
इस बहस के बाद पुलिस ने उनको सरकारी काम मे बाधा डालने के आरोप में हिरासत में ले लिया। जिसके बाद हंगामे की स्थिति पैदा हो गई। इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता भी थाने पहुचना शुरू हो गये। कुछ देर बाद पुलिस ने रेवती रमण सिंह को रिहा किया तो फिर वह भी अड़ गए और थाने से जाने को तैयार नही हुए। इस दरमियान उनके बेटे उज्ववल रमण सिंह भी पहुँचे।
इस घटना से पुलिस के उच्चाधिकारी भी मान मनव्वल की स्थिति में आ गये। दूसरी तरफ रेवती रमण सिंह थाने से जाने को तैयार नही थे और उनके समर्थक भी मौके पर डटे हुवे थे। काफी देर तक चली मान मनव्वल के बाद वो थाने से जाने को तैयार हो गए इस दौरान समर्थक भी उनके पीछे चलते रहे पुलिस ने किसी तरह भीड़ को हटा कर रेवती रमण सिंह और उनके बेटे उज्जवल रमण सिंह को रवाना किया और चैन की साँस लिया।
अजय राय और सी0 पी0 राय ने किया घटना की निंदा
वाराणसी में इंडिया गठबंधन प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इस घटना की निंदा किया है। उन्होंने कहा कि आज आठ बार के विधायक एवं चार बार के सांसद तथा प्रदेश के अति सम्मानित बुजुर्ग राजनीतिज्ञ कुंवर रेवती रमण सिंह की इलाहाबाद में हुई गिरफ्तारी की कड़ी निन्दा करते हुवे कहूँगा कि प्रदेश के इतने प्रतिष्ठित वरिष्ठ नेता को गिरफ्तार करना बेहद शर्मनाक प्रशासनिक कृत्य है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री डा0 सी0पी0 राय ने कहा है कि जो योगी आदित्यनाथ कभी संसद में पुलिस उत्पीड़न की शिकायत के साथ फूट कर रोये थे, उनके शासन में पुलिस ने सम्मानित राजनेताओं के साथ पुलिसिया दुर्व्यवहार का एक कीर्तिमान बना दिया है। रेवती रमण सिंह मर्यादित लोकतांत्रिक राजनीति की एक आदर्श मिसाल वाले राजनीतिज्ञ हैं, जिनके साथ पुलिस प्रशासन द्वारा दुर्व्यवहार की आज घटित घटना की जितनी निन्दा की जाय कम है।