नर्स के इश्क में मुब्तेला था वार्ड बॉय मगर लव मैरेज के आड़े आ रहे थे उसके पिता, अपनी नर्स माशूका से लगवा दिया पिता को ‘मौत का टीका’, आशिक माशूक हुवे गिरफ्तार
ईदुल अमीन
डेस्क: इश्क लोगो को निकम्मा बना देता है। यह तो आपने सुना ही होगा। मगर इश्क कातिल बना दे तो इसको आप कलयुग ही कहेगे। मगर जब क़त्ल भी बेटे द्वारा अपने पिता का हो तो फिर इसको क़यामत से ज्यादा क्या कहेगे? शायद आपके पास फिर शब्द ही नही बचेगे कुछ बोलने के लिए।
ऐसा ही कुछ सोनीपत में हुआ जहाँ एक वार्ड बॉय को नर्स से इश्क हुआ और दोनों लव मैरेज करना चाहते थे। मगर बीच में रोड़ा बने थे वार्ड बॉय के पिता। आखिर बेटे ने पिता को अपनी माशूका नर्स से मौत का टीका लगता कर हमेशा के लिए सुला तो दिया, मगर आशिक और माशूक दोनों इस क़त्ल के इल्जाम में अब जेल में है।
मामला हरियाणा के सोनीपत का है जहाँ एक बेटे ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर शादी में बाधा बन रहे अपने पिता को रास्ते से हटाने के लिये एक अनोखी साजिश रची। दरअसल सोनीपत के पुरखास गांव के रहने वाले नवीन और सुषमा एक दूसरे से प्यार करते थे। दोनों एक ही अस्पताल में काम किया करते थे। नवीन वॉर्ड बॉय था जबकि सुषमा नर्स का काम करती थी। दोनों लव मैरिज कर साथ रहना चाहते थे।
इस इश्क में एक दिक्कत थी और दिक्कत ये थी कि दोनों अलग-अलग जातियों से थे लिहाजा समाज को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। बल्कि समाज क्या नवीन के अपने पिता और सगे भाई ही इस शादी के सख्त खिलाफ थे। इधर नवीन और सुषमा एक दूसरे के बिना रह नहीं सकते थे। ऐसे में उन्होंने अपनी शादी का रास्ता साफ करने का एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला। ऐसा तरीका कि जिससे सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे।
आखिरकार शादी को बेताब नवीन और सुषमा ने नवीन के पिता और भाई को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। और इसके लिये तरीका भी वो चुना जो उनके पेशे से सबसे नजदीक था और जिसे अपनाने पर किसी को उन पर शक नहीं होता। नवीन ने अस्पताल से कुछ इंजेक्शन और केमिकल इंजेक्टिबल चुराए जिसे ज्यादा मात्रा में देने से इंसान की मौत हो सकती थी।
इंजेक्शन और इंजेक्टेबल केमिकल सुषमा के हवाले कर नवीन ने उसे अपने घर भेज दिया। घर वाले सुषमा को पहचानते नहीं थे। इसी बात का फायदा उठा कर दोनों ने नवीन के पिता और भाई को सरकारी टीकाकरण अभियान के तहत कैंसर जैसी बीमारी से बचने के लिये टीका लगाने का बहाना किया। सुषमा सरकारी नर्स बन कर उनके घर पहुंची और इंजेक्शन लगाने को सरकारी अभियान का हिस्सा बताया। निशाने पर नवीन के पिता और भाई दोनों थे। पर जबकि पिता ने इंजेक्शन आसानी से लगवा लिया नवीन के बड़े भाई ने वैक्सीन लेने से साफ इंकार कर दिया। बहरहाल इंजेक्शन का असर हुआ और थोड़ी ही देर बाद पिता दलवीर की तबियत बिगड़ने लगी जिन्हें अस्पताल ले जाया गया मगर उनकी मौत हो गई।
गन्नौर थाना प्रभारी सतेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी नवीन के बड़े भाई परमिंदर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि टीका लगाने से उनके पिता की तबीयत बिगड़ गई जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया और आगे की तफ्तीश शुरु कर दी।
पुलिस ने बताया कि जांच में सामने आया कि उनके छोटे बेटे नवीन ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर उनकी हत्या की साजिश रची और सरकारी टीके के बहाने इंजेक्शन देकर कत्ल कर दिया। छानबीन में नवीन और सुषमा का नाम सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की जांच में साबित हो गया कि नवीन अपने बड़े भाई और पिता दलवीर को अपने अंतरजातीय विवाह में रोड़ा मानता था इसीलिए उसने इस साजिश को अंजाम दिया।