बोले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के डीजी ‘नीट परीक्षा के दरमियाना पेपर लीक की कोई घटना नही हुई’
आदिल अहमद
डेस्क: चार जून, 2024 को नीट परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद ऐसे कई दावे सामने आए हैं कि इस परीक्षा का आयोजन ठीक तरह से नहीं हुआ है। नीट का एग्जाम 5 मई को हुआ था। टॉप रैंक पर आने वाले 67 बच्चों में छह ऐसे हैं जिन्होंने हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र पर इम्तेहान दिया था।
अब इस मामले में ‘नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट’ को लेकर उठ रहे सवालों पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के डीजी सुबोध कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। सुबोध कुमार का कहना है कि नीट की परीक्षा के दौरान पेपर लीक की कोई घटना नहीं हुई है। सुबोध कुमार ने कहा है कि नीट की परीक्षा के दौरान 6 एग्जाम सेंटर पर करीब 1600 छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।
सुबोध कुमार ने कहा, ‘कुछ सेंटर्स पर तकनीकी गड़बड़ी की वजह से टाइम लॉस्ट हुआ। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक़ ऐसी शिकायत पर छात्रों को अतिरिक्त नंबर दिए जाते हैं। कुछ छात्रों को 718 और 719 नंबर मिले। इसी वजह से 6 स्टूडेंट टॉपर बन गए। हमने सभी चीजों को देखा है और फिर रिजल्ट घोषित किया है। जो भी समस्या हुई है वो 4750 एग्जाम सेंटर में से सिर्फ 6 सेंटर पर हुई है। 24 लाख में से 1600 छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।’
#WATCH | Delhi: On NEET issue, NTA DG Subodh Kumar Singh says, "Our committee met and they perused all the details of the centres and the CCTVs… They found out that at some centres the time was lost and the students should be compensated for that… The committee thought they… pic.twitter.com/LaVhlwF1eQ
— ANI (@ANI) June 8, 2024
उन्होंने कहा कि ‘देश में कहीं भी पेपर लीक नहीं हुआ है। सवाई माधोपुर के एक सेंटर में गलत हिंदी और इंग्लिश का पेपर बांटने की वजह से एक समस्या खड़ी हुई। हमने तुरंत कार्रवाई की। सभी बच्चे सेंटर के अंदर ही थे। सोशल मीडिया पर एग्जाम शुरू होने के दो घंटे 28 मिनट घंटे बाद पेपर आया। कोई पेपर लीक नहीं हुआ। उस सेंटर पर हमने दोबारा एग्जाम लिया। हमने 6 मई को भी पेपर लीक की घटना को नकारा। एग्जाम की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रही है। हम छात्रों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि पूरे देश में एग्जाम पूरी ईमानदारी के साथ हुआ है।’