भाजपा के साथ वापसी के अटकलों पर बोले उद्धव ठाकरे ‘जिसने हमारी पार्टी को ख़त्म करने की कोशिश किया, उन लोगो के साथ कभी नही जायेगे’
तारिक खान
डेस्क: बुधवार को शिव सेना के स्थापना दिवस के मौक़े पर शिव सेना (उद्धव बालासाहेब गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने चुनौती पेश कर दी। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘वो कभी मेरे पिता, बालासाहेब की विरासत को नहीं छीन पाएंगे।’
बताते चले कि महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शिवसेना के दोनों गुटों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और अपने कार्यकर्ताओं को तैयार रहने के लिए भी कहा है। हाल ही में खत्म हुए लोकसभा चुनाव में शिवसेना शिंद गुट को 7 तो शिवसेना उद्धव बालासाहेब गुट को 9 लोकसभा सीटों पर जीत मिली है।
शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह उन लोगों के साथ कभी नहीं जाएंगे, जिन्होंने उनकी पार्टी को “खत्म” करने की कोशिश की। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ संभावित सुलह से जुड़ी अटकलों पर विराम लग गया। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि उद्धव ठाकरे फिर से बीजेपी के साथ हाथ मिला सकते हैं और इस काम के लिए किसी बड़े केंद्रीय मंत्री को ज़िम्मेदारी दी गई है।
मुंबई के शनमुखानंद हॉल में भाषण देते हुए उद्धव ठाकरे ने सीएम शिंदे को चुनौती दी है कि ‘अगर हिम्मत है तो तीर कमान का निशान और बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर के बगैर विधानसभा चुनाव लड़कर दिखाएं।’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी बुधवार को ही शिव सेना स्थापना दिवस पर अलग से एक कार्यक्रम किया था।
सीएम शिंदे ने कहा कि ‘उद्धव ठाकरे कांग्रेस के साथ रहकर बिगड़ गए हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव में एक फतवे को शिव सेना (उद्धव बालासाहेब गुट) की जीत का कारण बताया। शिंदे ने अपने भाषण में उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के खिलाफ कई बयान दिए। उद्धव पर तंज कसते हुए शिंदे बोले कि ”जहां वो जीते, वहां ईवीएम सही चल रही थी और जहां पर वो हारे वहां ईवीएम हैक गई थी।’