नीट पर चर्चा की किया विपक्ष ने मांग, हंगामे के बाद लोकसभा और राज्य सभा दोनों हुई स्थगित, सदन स्थगन के बाद छात्रो से बोले नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी ‘सदन में मुद्दा उठाया, मगर आपने देखा मुझे बोलने नही दिया गया’
तारिक़ खान
डेस्क: शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने मांग की थी कि देश में चल रहे नीट विवाद को लेकर चर्चा की जाए और एक साझा संदेश देश के छात्रों को दिया जाए। राहुल गांधी ने जैसे ही अपनी बात कहनी शुरू की, वैसे ही उनका माइक बंद कर दिया गया, जिसके बाद सदन में शोर होने लगा।
स्पीकर ओम बिरला से कहा गया कि वो सदन में इस पर चर्चा करवाएं। ओम बिरला ने विपक्ष से कहा कि वो राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान अपनी बात कहें अभी जो कहेंगे वो रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। ओम बिरला ने कहा कि ये पहले ही बताया गया था कि स्थगन प्रस्ताव और शून्यकाल, राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान नहीं चलेंगे। हालांकि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बोलना शुरू किया।
राहुल ने कहा, ‘हिंदुस्तान के छात्रों को हम साझा संदेश देना चाहते थे विपक्ष और सरकार की तरफ से कि हम इस मुद्दे को ज़रूरी मानते हैं और इसलिए हमने सोचा था कि आज छात्रों का सम्मान करने के लिए हम नीट पर चर्चा करें। अब बात ये है कि दो फोर्सेज़ हैं…’ इतना कहने के बाद ही राहुल का माइक बंद हो गया और शोरगुल के बीच स्पीकर ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को उनकी बात कहने के लिए बुलाया। इसके बाद हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
विपक्ष की मीटिंग में हुआ चर्चा का फैसला: राहुल गांधी
राहुल गांधी शुक्रवार सुबह संसद पहुंचे थे और परिसर में ही मीडिया से बात की। राहुल ने कहा, ‘कल विपक्ष के नेताओं की बैठक हुई और सर्वसम्मति थी कि आज नीट के मुद्दे पर चर्चा चाहिए। हिंदुस्तान के छात्रों से कहना चाहूंगा कि ये आपका मुद्दा है हमें लगता है इंडिया गठबंधन को लगता है कि आज सबसे ज़रूरी बात आपकी है क्योंकि आप हिंदुस्तान के भविष्य हैं तो हमें लगा कि यहां संसद में चर्चा हो और फिर राष्ट्रपति का भाषण हो।’
उन्होंने कहा ‘मैं प्रधानमंत्री से निवेदन करता हूं कि ये युवाओं का मुद्दा है और इसपर अच्छे से चर्चा होनी चाहिए, प्यार से चर्चा होनी चाहिए और सम्मानपूर्वक चर्चा होनी चाहिए। हम सम्मानपूर्वक करेंगे, आप भी चर्चा में हिस्सा लीजिए। क्योंकि ये युवाओं का मामला है। घबराए हुए हैं कि क्या होने वाला है नीट में तो संसद से ये संदेश जाना चाहिए कि सरकार और विपक्ष छात्रों की बात करता है।’
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नीट के अभ्यर्थियों के लिए एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा, ‘यह उन सभी छात्रों के लिए है जिन्होंने नीट की परीक्षा दी है या जो किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। जहां तक नीट का सवाल है, यह बहुत बड़ा घोटाला है। सभी को पता है कि पेपर लीक किया गया है। लोगों ने इससे हज़ारों करोड़ कमाए हैं।’
राहुल गाँधी ने आगे लिखा ‘छात्र इससे आहत हुए हैं। जिन छात्रों ने सालों तक पढ़ाई की, उनका सपना था कि मेडिकल क्षेत्र में जाएं। लेकिन छात्रों के सपनों को तोड़ दिया गया। कल विपक्ष की मीटिंग में मैंने व्यक्तिगत तौर पर इस मुद्दे को उठाया। मैंने कहा कि छात्रों तक यह संदेश पहुंचे कि हम उनका ख़्याल रखते हैं। इसके लिए हमें एक दिन नीट पर बहस करने की ज़रूरत है। सभी विपक्षी पार्टियों ने इसपर सहमति जताई। और हमने तय किया कि शांतिपूर्वक संसद में इस विषय पर पूरे एक दिन चर्चा करेंगे।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने आज इस मुद्दे को संसद में उठाने की कोशिश की, लेकिन जैसा आपने देखा कि मुझे बोलने नहीं दिया गया। यह ऐसा मामला है जो 2 करोड़ छात्रों को प्रभावित करता है। 7 सालों में 70 बार पेपर लीक किया गया है। स्पष्ट है कि सिस्टम में बहुत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है और हम ऐसे आगे नहीं बढ़ सकते। छात्र जल्द इस समस्या का समाधान चाहते हैं। चर्चा के पीछे यह विचार था कि इस मुद्दे का हल निकले। यह दुखद है कि भारत के प्रधानमंत्री, जिन्हें चर्चा का नेतृत्व करना चाहिए और उनको बताना चाहिए कि वो इस मामले पर क्या करने वाले हैं। लेकिन वह चर्चा नहीं करना चाहते।’