बहन के शव को कंधे पर रख कर पांच किलोमीटर चले दो भाई
फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यवस्त है,लोगों के घरों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है और लोग छतोंं को अपना आशियाना बनाकर रहने के लिए मजबूर हैं। साथ ही सभी संपर्क मार्ग बाढ़ की वजह से कट गए हैं लेकिन ऐसे में जो तस्वीर सामने आई है वह दिल को दहला देने वाली है। दरअसल सोशल मीडिया पर एक ऐसी वीडियो वायरल हो रही है जिसमें दो भाई अपनी मृतक बहन के शव को बारी-बारी से कंधे पर रखकर पैदल ही अपने गांव की ओर जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि बाढ़ के कारण रास्ते बंद होने से एक किशोरी का इलाज नहीं हो पाया और उसकी मौत हो गई। यहां तक कि किशोरी के शव को घर ले जाने के लिए वाहन जाने का भी रास्ता नहीं बचा, ऐसे में दो भाई अपनी बहन का शव कंधे पर लादकर गांव पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार मृतक किशोरी टाइफाइड से पीड़ित थी जो थाना मैलानी के एलनगंज महाराज नगर की रहने वाली शिवानी (15) टाइफाइड होने के बाद मौत हो गई थी। शिवानी के बड़े भाई मनोज ने बताया कि भाई सरोज और बहन पलिया में रुक कर पढ़ाई करते हैं बहन शिवानी कक्षा 12 की छात्र थी।
शिवानी की तबीयत 2 दिन पहले पलिया में खराब हो गई थी, डॉक्टर को दिखाया तो टाइफाइड पता चला। इसके बाद शिवानी को डॉक्टर ने दवा देकर के अस्पताल में एडमिट कर लिया। इसके बाद शिवानी की हालत बिगड़ना शुरू हो गई। इधर बरसात के चलते पलिया शहर टापू में तब्दील हो गया, चारों तरफ के रास्ते शारदा के बढ़ते जल स्तर के कारण बंद हो गए रेल लाइन भी बाढ़ की चपेट में आ गया, जिससे ट्रेनों का संचालन भी रुक गया। मनोज ने बताया कि वाहनों और ट्रेन का आवागमन बंद होने के कारण बहन का बेहतर इलाज नहीं करा सके, जिससे मौत हो गई।
मनोज ने बताया कि वाहन जाने का कोई रास्ता नहीं होने के कारण हम लोग नाव के सहारे नदी पार करके अपनी बहन के शव को अपने गांव लेकर जा रहे हैं। दोनों भाई बारी-बारी से बहन के शव को अपने कंधे पर लेकर रेल लाइन के सहारे अपने गांव जाते हुए दिखाई दिए। इस दौरान शासन-प्रशासन से कोई भी अधिकारी नहीं दिखा। शिवानी के पिता देवेंद्र ने बताया कि जिन भाइयों को बहन की डोली को कंधा देना था, आज वही अपने कंधों पर बहन की लाश को लेकर 5 किलोमीटर तक पैदल चलकर अपने गांव जा रहे हैं।