हाथरस: सत्संग के दरमियान मची भगदड़ में 100 से अधिक श्रद्धालुओ के मरने की सम्भावना, कई घायल, कमज़ोर दिल वाले न देखे वायरल होता यह वीडियो, जाने कौन है भोले बाबा जिनके सत्संग में हुआ हादसा
एच भाटिया/शफी उस्मानी
डेस्क: हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 100 से अधिक श्रद्धालुओं के मारे जाने की ख़बर है। घटना की पुष्टि एटा के एसएसपी ने की है। वही घायलों की संख्या की अभी कोई जानकारी नही है। मिल रही जानकारी के अनुसार मौके से अस्पताल तक घायलों और मृतकों के शवो को एम्बुलेंस सहित ट्रक और ट्रैक्टर से भी लाया गया है।
एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा, ‘एक दुखद घटना हुई है, हाथरस जनपद में सिकंद्राराऊ के पास मुगलगढ़ी गांव में भोले बाबा का कार्यक्रम चल रहा था, भगदड़ के कारण लोगों की मौतें हुई हैं। हमारे यहां एटा के अस्पताल में 27 शव आए हैं जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष के शव हैं। घायल अभी नहीं पहुंचे हैं।’ वही स्थानीय मीडिया का कहना है कि मृतकों की संख्या 100 के पार हो चुकी है।
सीएमओ एटा उमेश कुमनार ने त्रिपाठी ने कहा, ‘अभी तक 27 शव पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे हैं, जिनमें दो 25 महिलाएं और दो पुरुष हैं। कई घायलों को भी भर्ती कराया गया है। जांच के बाद आगे की जानकारी दी जाएगी।’ उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि धार्मिक आयोजन के दौरान भगदड़ के कारण ये घटना घटी है। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर यूपी सीएमओ ने एक बयान जारी कर हाथरस में हुए हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
बयान के अनुसार, ‘मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार कराने और मौके पर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।’
सिकंद्राराऊ ट्रामा सेंटर पर घायलों को पहुंचाया जा रहा है। ट्रॉमा सेंटर पर मौजूद पीड़ितों के एक परिजन ने कहा, ‘इतना बड़ा हादसा हो गया है लेकिन एक भी सीनियर अधिकारी यहां मौजूद नहीं है। भोले बाबा को किसने यहां इतना बड़ा कार्यक्रम करने की परमिशन दी थी। प्रशासन कहां है?’
घायलों और मृतकों को ट्रॉमा सेंटर पर ट्रकों, टैंपो और एंबुलेंस में लाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल होते वीडियो में ट्रॉमा सेंटर के बाहर महिलाओं के शवों को फ़र्श पर लिटाये हुए देखा जा सकता हैं। ट्रॉमा सेंटर के बाहर अफ़रातफ़री का माहौल है और लोग अपने प्रियजनों की तलाश में वहां पहुंच रहे हैं।
कौन है वो बाबा जो सरकारी नौकरी छोड़ बने कथा वाचक और दर्दनाक हादसे के बाद से हुवे फरार
हाथरस में सत्संग के दौरान हुए दर्दनाक हादसे के बाद यह सवाल हर किसी के जहन में है कि आखिर वह बाबा कौन है कि जिसके कार्यक्रम में इतने बड़े पैमाने में लोग जुटे और हादसे के शिकार हो गए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह सत्संग कार्यक्रम साकार विश्व हरि भोले बाबा का हो रहा था, अनुयायी इन्हें भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे के बाद से बाबा की कोई जानकारी नहीं मिल रही है। वह पहले सरकारी नौकरी करते थे, तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। कुछ समय बाद नौकरी से त्यागपत्र देकर सूरज पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए। पटियाली में अपना आश्रम बनाया। गरीब और वंचित समाज में तेजी से प्रभाव बनाने वाले भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है।