आम बजट के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगा इंडिया गठबंधन, ममता बनर्जी ने बताया ‘दिशाहीन बजट’
आदिल अहमद
डेस्क: आम बजट को लेकर मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने बताया है कि इस बैठक में बजट के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करने का फ़ैसला लिया गया है।
कांग्रेस नेता ने पत्रकारों को बताया कि बजट पर नेताओं ने चर्चा की और इस बजट में भारत के तीन-चौथाई हिस्से को नज़रअंदाज़ किया गया है। उन्होंने बताया कि ‘कल हम संसद के बाहर इसके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करेंगे और संसद के अंदर भी इस मुद्दे को लोकतांत्रिक तरीक़े से उठाएंगे। ये संघीय ढांचे के ख़िलाफ़ बजट है। मैं बहुत ज़िम्मेदारी से कह रहा हूं कि ये बीजेपी का बजट नहीं बल्कि भारत सरकार का बजट है लेकिन इसे ऐसे पेश किया गया जैसे बीजेपी का बजट हो।’
वही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आम बजट की कड़ी आलोचना की है। ममता बनर्जी ने कहा है, ‘मुझे केवल इतना कहना है कि यह बजट दिशाहीन और आम जनता के ख़िलाफ़ है। इसमें केवल राजनीतिक मक़सद दिखता है। मुझे इस बजट में कोई रोशनी नहीं दिखती है। यह अंधेरा, अंधेरा और अंधेरा है।’ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एमके स्टालिन ने भी आम बजट का विरोध किया है।
स्टालिन ने चेन्नई में पत्रकारों से बातचीत में आम बजट को भेदभाव और निराशा से भरा बताया है। स्टालिन ने आरोप लगाया है कि यह बजट चुनिंदा राज्यों के लिए है। आम बजट के ख़िलाफ़ डीएमके के सांसद बुधवार को संसद के बाहर अन्य विपक्षी सांसदों के साथ प्रदर्शन भी करने वाले हैं।
इसके अलावा स्टालिन ने कहा कि वो 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे। इससे पहले विपक्षी दलों के अन्य कई नेताओं ने आम बजट की आलोचना की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आम बजट को ‘कुर्सी बचाओ’ बजट बताया। वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि वो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।