सदन में बोले पीएम मोदी विपक्ष अराजकता फैला रहा और सदन में झूठ बोल रहा’, राहुल गाँधी को कहा ‘बालकबुद्धि’, पुरे भाषण के दरमियान विपक्ष ने लगाये विभिन्न नारे
तारिक़ आज़मी
डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जब बोलना शुरू किया, तो विपक्ष की ओर से लगातार नारेबाज़ी होती रही। पीएम मोदी के पूरे भाषण के दौरान विपक्ष की ओर से मणिपुर…, वी वांट जस्टिस…., तानाशाही नहीं चलेगी….। भारत जोड़ो…. जैसे नारे लगाए जाते रहे।
नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में चुनाव, तीसरी बार लगातार सरकार बनने, मंगलवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण, तुष्टीकरण नीति, भ्रष्टाचार को लेकर ज़ीरो टॉलरेंस की अपनी सरकार की नीति पर बात रखी। उन्होंने विपक्ष पर सदन की गरिमा से खिलवाड़ करने, अराजकता फैलाने और झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे हालात में देश संकट की ओर जाने का यह संकेत है। और स्पीकर से इसे गंभीरता से लेने की अपील की।
एक दिन पहले विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘कल जो हुआ है वो गंभीरता से लिए बिना संसदीय लोकतंत्र को संरक्षित नहीं कर पाएंगे। इन हरकतों को बालकबुद्धि कहकर और मानकर के नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके पीछे इरादे नेक नहीं गंभीर ख़तरे के हैं।’
उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा, ‘कांग्रेस देश में आर्थिक अराजकता फैलाने की सोची समझी चाल चल रही है। मंचों से साफ़ साफ़ घोषणा की गई कि अगर इनके मन मुताबिक परिणाम नहीं आया तो चार जून को आग लगा दी जाएगी। इसका अधिकृत रूप से आह्वान किया गया।’
जब पीएम मोदी ने अपना भाषण शुरू किया तभी विपक्ष की ओर से शोर होना शुरू हो गया। कुछ देर के लिए पीएम मोदी के भाषण को रोककर स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संबोधित किया। स्पीकर ने विपक्ष के नेता से कहा, ‘आप वेल में लोगों को आने के लिए कहते हैं यह सदन की गरिमा के अनुरूप नहीं है।’ इसके बाद नरेंद्र मोदी ने अपना भाषण जारी रखते हुए कहा, ‘दुनिया के सबसे बड़े चुनावी अभियान में जनता ने हमें चुना है। मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बावजूद भी उनकी घोर पराजय हुई।’
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड का ज़िक्र किया और कहा कि इसे देख कर ही जनता ने उन्हें जीत दिलाई है। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल का ज़िक्र करते हुए कहा कि ‘भ्रष्टाचार के प्रति ज़ीरो टालेरेंस की वजह से ही जनता ने आशीर्वाद दिया।’ प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में उन्होंने इमरजेंसी के 50वें वर्षगांठ का ज़िक्र किया और इंदिरा गांधी के तत्कालीन शासन पर निशाना साधा।