बरेली: सुनसान जगहों पर महिलाओं को रोक कर उनसे सेक्स करने को कहता, जो मना करती उनका क़त्ल कर देता, एक साल से सरदर्द बने सीरियल किलर को आखिर धरदबोचा अनुराग आर्या के बरेली पुलिस ने
एच0 भाटिया
बरेली: बरेली पुलिस ने एक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है। इस सीरियल किलर के निशाने पर सिर्फ महिलाए होती थी। साल भर में बरेली में कत्ल की 10 वारदात हुई थीं जिनमें से हर एक में टारगेट पर सिर्फ महिलाएं होती थीं। हाल ही में पुलिस ने संदिग्ध हत्यारों के स्केच भी जारी किए थे। इसी के बाद 48 घंटों के भीतर कातिल को दबोच लिया गया। एक कातिल जो खुलेआम घूम रहा था उसको स्केच जारी होने के बाद महज़ 48 घंटो के अन्दर ही सलाखों के पीछे पुलिस ने कैसे पंहुचा दिया।
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक, आरोपी नशे का आदी था और उसकी निजी जिंदगी में भी काफी उथल-पुथल थी। उसकी मां की मौत के बाद सौतेली मां घर में आई, जिसने कथित तौर पर उसे काफी परेशान किया, जिससे वो महिलाओं से चिढ़ने लगा था। इसके बाद उसकी शादीशुदा जिंदगी भी ठीक नहीं रही। उसकी आदतों से ऊब कर उसकी बीवी उसे छोड़ कर चली गई, जिसके बाद महिलाओँ से उसकी नाराजगी और भी बढ़ गई और फिर वो महिलाओं को टारगेट करने लगा। वो अकेली महिलाओं को देख कर उनसे रिलेशन बनाने की कोशिश करता, जो तैयार हो जाती, उन्हें छोड़ देता और जो मना कर देती, उनकी हत्या कर देता। चूंकि वो ये सब बगैर किसी हथियार के ही करता था, वो महिलाओं के कपड़ों से ही गला घोंट कर उनकी जान लेता रहा।
ये है कुलदीप गंगवार। ये सुनसान इलाके में महिलाओं को रोकता था। उनसे सेक्स करने के लिए बोलता था। मना करने पर चुनरी, दुपट्टे या साड़ी से गला घोंटकर मार देता था।
UP के जिला बरेली में इस तरह कुल 9 महिलाओं के मर्डर हुए। बरेली पुलिस ने इसे "ऑपरेशन तलाश" नाम दिया। 22 टीमें बनाई। 1500… https://t.co/ZmIHlO6k4k pic.twitter.com/njwBT4B9gd
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 9, 2024
उन्होंने बताया कि कुलदीप अक्सर घर से बाहर रहता था। वो अपनी दो बहनों या रिश्तेदारों के यहां खाने-पीने के लिए पहुंचता और फिर खाना खाकर बाहर निकल जाता। लेकिन पुलिस के दावे के मुताबिक मानसिक रूप से विक्षिप्त लगने वाला और नशे का आदी यही कुलदीप वो सीरियल किलर था जिसने बरेली के दो थाना क्षेत्रों में पिछले साल भर से आतंक मचा रखा था। दरअसल, 14 महीने के अंदर इलाके में 10 हत्याएं हुईं थी और ये हत्याएं एक ही पैटर्न पर की गई थीं। इसके चलते कस्बे में दहशत का माहौल था। आरोपी कुलदीप अपने पारिवारिक कारणों से महिलाओं से नफरत करने लगा था। इसी खुन्नस में वह दूसरी महिलाओं को भी मारने की फिराक में रहता था। फिलहाल, पुलिस की पूछताछ में उसने 6 हत्या करना कुबूल किया है।
सभी मर्डर 20 से 25 किमी एरिया में हुए थे और सबका पैटर्न एक जैसा था। आरोपी कुलदीप नवाबगंज थाना क्षेत्र का निवासी है। आरोपी के जेहन में महिलाओं को लेकर कुंठा है। विरोध करने पर साड़ी से गला दबाकर हत्या कर देता था। बरेली के शाही और शीशगढ़ थाना क्षेत्र में बीती 1 जुलाई 2023 से लगातार महिलाओं की हत्या हो रही थी। सीरियल किलर 45 से 65 साल की महिलाओं को निशाना बनाता था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी सुनसान इलाके में साड़ी या चुन्नी के पल्लू से गला घोटकर महिलाओं की हत्या करता था। सभी घटनाओं में मृतका की गर्दन पर साड़ी या चुन्नी की गांठ बाई तरफ ही लगाई गई थी।
इस दौरान पुलिस ने सीरियल किलर की गिरफ्तारी के लिए 1500 सीसीटीवी कैमरा की फुटेज खंगाली थी। लगभग 25 किलोमीटर के एरिया में पुलिस की टीमों को लगातार गश्त पर लगाया गया था। आरोपी कुलदीप के पिता बाबूराम ने आरोपी कुलदीप की मां के जिंदा रहते दूसरी महिला से शादी कर ली थी। दूसरी पत्नी के कहने पर उसके पिता बाबूराम कुलदीप की मां के साथ मारपीट किया करते थे। इसका बुरा असर कुलदीप के मन पर भी हुआ और सौतेली मां के चलते वो मन ही मन महिलाओं से नफरत करने लगा। कुलदीप की इसी सोच और क्रूर व्यवहार के चलते ही उसकी पत्नी भी उसे छोड़ कर चली गई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी पारिवारिक परिस्थितियों से कुंठित होकर भांग और शराब जैसे नशों का आदी हो गया था और अपने बाकरगंज में अपने घर से निकलकर आसपास के जंगल के सुनसान इलाके में महिलाओं को निशाना बनाने लगा था।
सीरियल किलर कुलदीप के पास से बीते साल शीशगढ़ और शाही इलाके में मारी गई चार महिलाओं के कपड़े, जेवरात और आधार कार्ड बरामद हुए हैं। 2 जुलाई को एक और महिला की हत्या से इलाके में दहशत फैल गई। जितनी भी महिलाओं की हत्या हुई है, उनमें से अधिकांश महिलाएं शाम को खेत से काम करके लौट रही थीं, लेकिन घर नहीं पहुंचीं। हत्या करने के बाद आरोपी लाश को खेत में ही फेंक देता था। इसके बाद कई महीनों तक मामला शांत हो जाने पर लोगों को लगा कि स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन पिछले महीने 2 जुलाई को एक और महिला की रहस्यमय ढंग से हत्या के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया था। इस केस को सुलझाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस की 22 टीमों में कम से कम सौ पुलिस वाले इस केस को सुलझाने में लगे हुए थे। इस दौरान करीब 1.5 लाख मोबाइल नंबरों के डंप डेटा की जांच की गई थी।