इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर के चुनाव में संघ समर्थित मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक की करारी हार क्या यह साबित करती है कि संघ की पकड़ मुस्लिम वर्ग में काफी कमज़ोर है ?
तारिक़ आज़मी
डेस्क: इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर (आईआईसीसी) की गवर्निंग बॉडी का चुनाव संपन्न हो चुका है। करीब दो दशक बाद आईआईसीसी को सलमान खुर्शीद के रूप में नया अध्यक्ष मिला है। खुर्शीद कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं। यह चुनाव ख़ासा मायने रखता है क्योकि इसमें सलमान खुर्शीद के सामने संघ समर्थित संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा है और वह दुसरे पायदान से भी नीचे सरक गए है। इस हार से एक बार साबित होती है कि संघ की मुस्लिम समाज में पकड़ काफी कमज़ोर अभी भी है।
बताते चले कि दिल्ली स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर एक सांस्कृतिक संस्था है, जिसका उद्देश्य इस्लाम की शिक्षा और संस्कृति के प्रसार के साथ विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच आपसी समझ को मजबूत करना है। इसकी स्थापना जस्टिस हिदायतुल्ला अंसारी और बदरुद्दीन तैयबजी जैसी प्रमुख हस्तियों की मदद से हुई थी। इंदिरा गांधी ने 24 अगस्त, 1984 को इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर की इमारत की आधारशिला रखी थी। 24 साल बाद (12 जून, 2006) दक्षिणी दिल्ली के लोधी रोड पर स्थित 16 करोड़ रुपये की लागत से तैयार केंद्र का तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उद्घाटन किया था।
चुनावो में मुस्लिम राष्ट्रीय मच की करारी हार
चुनाव से पहले कहा जा रहा था कि सलमान खुर्शीद को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा समर्थित मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर माजिद अहमद तालिकोटी से कड़ी टक्कर मिलेगी। लेकिन माजिद तालिकोटी रेस में तीसरे नंबर पर रहे। सलमान खुर्शीद को माजिद तालिकोटी से 497 वोट ज्यादा मिले हैं। अध्यक्ष पद के लिए अलग-अलग पैनल से सात सदस्य मैदान में थे- सलमान खुर्शीद, अबरार अहमद, अफजल अमानुल्लाह, आसिफ हबीब, माजिद अहमद तालिकोटी, सोहेल हिंदुस्तानी और वसीम अहमद गाजी।
इस चुनाव के वोटो को देखे तो सलमान खुर्शीद को 721 मत मिले और वह यह चुनाव बम्पर वोटो से जीत गए। दुसरे नम्बर पर आसिफ हबीब रहे जिनको 278 वोट मिले जबकि संघ समर्थित संगठन के राष्ट्रीय संयोजन माजिद तालिकोटी को महज़ 224 वोट मिले और वह अबरार अहमद से महज़ 3 वोट आगे थे, अबरार अहमद को 221 वोट मिले, अफजल अमानुल्लाह को 192 मिले। इस प्रकार देखे तो मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जो अपने जीत के लिए काफी आश्वस्त था को एक बड़ा झटका मिला है। जबकि चुनाव के दौरान माजिद की उम्मीदवारी को आईआईसीसी में संघ के प्रवेश के तौर पर देखा जा रहा था। आईआईसीसी की गवर्निंग बॉडी का चुनाव हर पांच साल में होता है। इस बार अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के अलावा सात बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज और एग्जीक्यूटिव कमेटी के चार सदस्यों को चुना जाना गया है। मतदान 11 अगस्त को हुए थे।