लखीमपुर (खीरी): शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक और खंड सिक्षा अधिकारी पर लगाया उत्पीडन का आरोप, लगाया जिलाधिकारी से इन्साफ की गुहार
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी: नौकरी के दौरान महिलाओं का उत्पीड़न लगातार जारी है। तमाम कानून एवं आयोग के गठन के बावजूद इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं। घटनाएं प्रकाश में आने के बाद प्रदर्शन और आंदोलन का दौर भी चलता है, परंतु यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
ऐसा एक मामला लखीमपुर के शिक्षा विभाग में सामने आया है जहां एक शिक्षिका के विद्यालय के ही प्रधानाध्यापक द्वारा वीडियो बनाए जाने का विरोध करना एवं विद्यालय की अवस्थाओं पर आवाज उठाना भरी पड़ गया। प्रधानाध्यापक ने अपने मित्र खंड शिक्षा अधिकारी के साथ मिलकर उसके खिलाफ ही कार्यवाही कर डाली।
पीड़ित शिक्षिका शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के साथ-साथ एसडीएम और जिलाधिकारी तक के पास अपनी गुहार लगा चुकी है परंतु उसकी कहानी सुनी नहीं जा रही है। पीड़ित महिला ने शिक्षा विभाग सहित जिले के उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर मांग की है कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और जो दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
वही इस दौरान गांव के ही एक व्यक्ति ने भी प्रधानाध्यापक पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि किसी शिकायत पर प्रधानाध्यापक द्वारा धोखे से हस्ताक्षर कर लिए गए हैं। अध्यापिका ने बताया कि प्रधान अध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारी एक ही विद्यालय के छात्र रहे हैं और उनकी बहुत पुरानी दोस्ती है यही वजह है कि उसकी कहीं सुनी नहीं जा रही है। पीड़िता ने जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल वह बेसिक शिक्षा अधिकारी से मामले की जांच की मांग की है।