मुहम्मदाबाद: राजकीय महिला चिकित्सालय की बदहाल स्थिति, ज़िम्मेदार मौन

रेयाज अहमद

गाजीपुर: मुहम्मदाबाद स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय की हालत बेहद चिंताजनक है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन मुहम्मदाबाद के सदस्यों ने शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे अचानक अस्पताल का निरीक्षण किया, जिसमें कई खामियां सामने आईं। निरीक्षण के समय अस्पताल में केवल संविदा स्टाफ नर्स किरण लाल और दाई बिन्दू मौजूद थीं, जबकि कोई भी डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर नहीं थे।

अस्पताल में बिजली की स्थिति अत्यंत खराब पाई गई। मरीजों के साथ आई एक महिला ने बताया कि बिजली कटने पर अस्पताल लगभग अंधेरे में डूब जाता है, जिससे मरीजों और स्टाफ को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर डिलीवरी के दौरान, बिजली की अनुपस्थिति में टॉर्च की रोशनी में काम करना पड़ता है, जो बेहद असुरक्षित है। इसके अलावा, अस्पताल में पानी की उचित व्यवस्था भी नहीं है। मरीजों और उनके परिवार वालों को स्वच्छ पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे उन्हें बाहर से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

यह स्थिति मरीजों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकती है, क्योंकि स्वच्छ पानी की कमी से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अस्पताल परिसर में आवारा कुत्तों की उपस्थिति भी एक बड़ी समस्या है, जो मरीजों और उनके परिजनों के लिए खतरा उत्पन्न कर सकती है। ये कुत्ते कभी भी हमला कर सकते हैं, जिससे गंभीर हादसा हो सकता है।

हाल ही में जिले से चिकित्सा अधिकारी भी अस्पताल का दौरा कर चुके हैं, लेकिन अस्पताल की इन गंभीर समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। यह स्थिति स्वास्थ्य सेवाओं में भारी कमी और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। जिला प्रशासन से उम्मीद की जाती है कि वे तुरंत इस मामले को संज्ञान में लें और अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, ताकि मरीजों को सुरक्षित और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।

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