विनेश फोगाट को ओलम्पिक में डिसक्वालीफाई होने पर खेल मंत्री ने संसद में कहा ‘भारतीय ओलम्पिक संघ ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ में दर्ज करवाया है अपना कडा विरोध’
आदिल अहमद
डेस्क: विनेश फोगाट को वज़न ज़्यादा होने की वजह से पेरिस ओलंपिक में रेसलिंग के फ़ाइनल मुक़ाबले से पहले अयोग्य घोषित किए जाने पर खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने संसद में बयान दिया है। उन्होंने सदन को बताया है कि भारतीय ओलम्पिक संघ ने इस सम्बन्ध में अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ में कडा विरोध दर्ज करवाया है।
मनसुख मंडाविया ने संसद में कहा, ‘भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में तय वज़न से 100 ग्राम ज़्यादा होने की वजह से बाहर होना पड़ा है। विनेश 50 किग्रा कैटेगरी में खेल रही थीं। मुक़ाबले के लिए उनका वज़न 50 किग्रा होना ज़रूरी था।’ खेल मंत्री ने कहा, “रेसलिंग नियमों के मुताबिक़ सभी प्रतियोगिताओं के लिए सभी वेट कैटेगरी में रोज़ सुबह वज़न नापा जाता है। अनुच्छेद 11 के मुताबिक़ अगर कोई खिलाड़ी पहले और दूसरे वज़न माप में भाग नहीं लेता है या असफल हो जाता है तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाता है और बिना किसी रैंक के आख़िरी स्थान पर रखा जाता है।’
खेल मंत्री ने बताया कि ‘इस मामले को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। भारतीय ओलंपिक संघ की प्रेसिडेंट पीटी ऊषा भी अभी पेरिस में हैं प्रधानमंत्री ने उनसे बात की है और उचित एक्शन लेने को कहा है। भारत सरकार ने विनेश फोगाट को हर संभव सहायता दी है। उनके लिए पर्सनल स्टाफ भी नियुक्त किए गए हैं।’