सहेली ने रची सहेली के खिलाफ जानलेवा साजिश, खुद के कपडे पहना, खुद का सुसाइड नोट रख कर घायलावस्था में छोड़ा रेलवे ट्रेक पर, आखिर चढ़ ही गई पुलिस के हत्थे

माही अंसारी

डेस्क: सहेली दूसरी सहेली की राजदार होती है।उसके मुश्किल वक्त पर काम आती है। उसको नेक सालह देती है। मगर कलयुग में सहेलियां दोस्ती के इस मुक़द्दस रिश्ते को कलंकित करने से बाज़ नही आती है। कुछ ऐसी होती है जो आबरू से खेल जारी है, और कुछ ऐसी भी होती है जो जान से भी खेल जाती है। ऐसी ही एक सहेली ने मध्य प्रदेश के विदिशा में दोस्ती के इस रिश्ते को कलंकित करने का कारनामा अंजाम दिया है। आखिर काफी मशक्कत के बाद वह अब पुलिस के हत्थे चढ़ी है।

मध्य प्रदेश के विदिशा में दोस्ती के नाम को कलंकित करने वाली आरोपी मुस्कान को देश के कई हिस्सों में तलाश के बाद पुलिस ने बीना रेलवे स्टेशन में पकड़ लिया है। आरोपी युवती ने अपनी सहेली को अपने कपड़े पहनाकर, उस पर हमला कर चेहरा बिगाड़ दिया था। इसके बाद उसे मरने के लिए पटरी पर ही छोड़ दिया था। शातिर ने खुद को मरा साबित करने के लिए खुद के नाम का एक सुसाइड नोट भी वहां रख दिया था। जिससे लोगों को लगे कि मुस्कान की मौत हुई है।

विदिशा एसपी दीपक शुक्ला ने पूरे मामले का खुलासा करते हुवे बताया कि बीते 10 जून को तलैया मोहल्ला निवासी गुनगुन उर्फ नेहा रजक को मरणासन्न हालत में छोड़कर भागी उसकी सहेली मुस्कान राजपूत को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी युवती ने गुनगुन को रेलवे ट्रैक पर गंभीर रूप से घायल कर छोड़ दिया था ताकि वह किसी ट्रेन की चपेट में आ सके और उसकी मौत हो जाए। इतना ही नहीं मुस्कान ने अपना बैग अपना सुसाइड नोट और परिवार का मोबाइल नंबर भी घायल गुनगुन के पास छोड़ दिया।

इस पूरे प्लान में मुस्कान के साथ एक युवक भी शामिल था जिसका नाम था हरिओम है। युवक ने भी आरोपी युवती का इस वारदात को अंजाम देने में साथ दिया। मुस्कान के विदिशा से भगाने के बाद अलग-अलग जगह पर रुकने और हो रहे खर्च के लिए मदद हरिओम ने ही की थी। हालांकि यह भी बताया गया कि जिस वक्त मुस्कान ने गुनगुन पर हमला किया था उस दौरान वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया कि मुस्कान 25 मई को भी घर से भागी थी। 28 29 तारीख को वह खुद ब खुद वापस आ गई। अपने परिवार से दूर रहने और खुद के नाम को खत्म करने के लिए उसने बेकसूर गुनगुन रजक को अपना मोहरा बनाया। लेकिन गुनगुन बच गई और मुस्कान लंबे समय तक दिल्ली मथुरा वृंदावन हरिद्वार और अन्य जगहों पर घूमती रही। जिसकी तलाश में विदिशा पुलिस भी घूमती रही। आखिरकार उसे कल बीना रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था

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