बग्लादेश के नए आईजीपी ने मांगी आवाम से माफ़ी, कहा ‘आरक्षण विरोधी छात्र आन्दोलनों में पुलिस की भुमिका पर हमे खेद है

मो0 कुमेल

डेस्क: बांग्लादेश के नए इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस (आईजीपी) मोहम्मद मोइनुल इस्लाम ने हाल ही में हुए आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलनों में पुलिस की भूमिका के लिए खेद जताया है। मोहम्मद मोइनुल ने सभी घटनाओं की निष्पक्ष जांच का वादा किया है।

आईजीपी मोइनुल इस्लाम ने कहा- ‘मौजूदा आरक्षण विरोधी आंदोलन में हमारे अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी को उम्मीद के मुताबिक़ नहीं निभाया। बांग्लादेश पुलिस की तरफ़ से मैं बतौर चीफ़ ऑफ़ पुलिस सभी से माफ़ी मांगता हूं।’ बांग्लादेश पुलिस के नए आईजीपी का यह भी मानना है कि आंदोलन के दौरान होने वाली घटनाओं के लिए कुछ पुलिस अधिकारी भी ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, ‘मानवाधिकार से जुड़े उल्लंघन हुए हैं, क्योंकि हमारे कुछ ग़ैरज़िम्मेदार अधिकारियों ने सही से अपना काम नहीं किया। नेतृत्व की विफलता के कारण हमारे कई साथी घायल हुए हैं और कई सारे मारे गए हैं।’

उन्होंने बताया कि उन सभी पर पुलिस नियमों और दूसरे क़ानूनों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। हम हर किसी हत्या की निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम देश में शांति बहाल करने के लिए कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस अधिकारियों और जवानों समेत पुलिस की सभी यूनिट्स यानी राजबाग पुलिस लाइन्स, पीओएम, एपीबीएन, सभी मेट्रोपॉलिटन और ज़िला पुलिस लाइन्स को यह निर्देश दिया है कि वे गुरुवार शाम तक ड्यूटी पर वापस आ जाएं।

इसके अलावा, महानगर पुलिस कमीश्नरों और ज़िला पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्रों में वरिष्ठ नागरिकों, पेशेवरों, छात्र प्रतिनिधियों, राजनीतिक और मीडियाकर्मियों को शामिल करते हुए नागरिक सुरक्षा समितियां गठित करने को कहा गया है।

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