जिलाधिकारी गाजीपुर ने दर्जनों बाढ़ प्रभावित गांव का किया स्थलीय निरीक्षण और सुनी समस्याएं
शाहनवाज़ अहमद
गाजीपुर: जनपद मे बाढ की विभिषिका को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बाढ प्रभावित क्षेत्रो मे अधिकारी लगातार भ्रणमशील होते हुए आमजन से सम्पर्क स्थापित करते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत उन्हे सचेत किया जा रहा है। जिस क्रम मे आज जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने तहसील सेवराई अन्तर्गत विकास खण्ड रेवतीपुर के विभिन्न बाढ प्रभावित गॉवो का स्थलीय निरीक्षण कर वहां के लोगो से स्थिति की जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने आज विकास खण्ड रेवतीपुर के बाढ प्रभावित गॉव अठहठा, नसीरपुर, हसनपुरा एवं बिरऊपुर का स्थलीय निरीक्षण किया एवं वहा के ग्रामीणो से वार्ता कर उनकी समस्याओ से अवगत हुयी। जिलाधिकारी ने ग्राम हसनपुरा मे निरीक्षण के दौरान पाया कि गॉव की कनेक्टिविटी बाढ के कारण प्रभावित हुई है लोग कच्चे मार्ग से आवागमन कर रहे है जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल वहॉ दो नाव आवागमन हेतु लगाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने बताया कि गंगा का जलस्तर 63.4 मीटर है जो खतरा बिन्दू 63.1 मीटर से 03 सेन्टीमीटर उपर चल रही है। बाढ के दृष्टिगत सम्बन्धित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है। जनपद के बाढ प्रभावित तहसीलो के एस डी एम से लगातार सम्पर्क स्थापित कर क्षेत्रो की स्थिति की जानकारी ली जा रही है।
उन्होने बताया कि बाढ की स्थिति को देखते हुए जनपद के 11 बाढ शरणालयो को क्रियाशील किया गया है जिस पर एक नोडल अधिकारी के रूप मे नायब तहसीलदार की टीम, मेडिकल टीम, पशु चिकित्साधिकारी की टीम व अन्य सम्बन्धित कर्मचारियो की टीम 24 घण्टे क्रियाशील रहते हुए बाढ प्रभावित गॉव पर नजर बनाये हुए है। उन्होने बताया बाढ का पानी अभी आबादी तक नही आया है ,आस पास के खेतो तक ही पानी लगा हैं। लोग अपने-अपने घरो मे ही है आवश्यकता पड़ने पर प्रभावित लोगो मे आवश्यक सामग्री पहुचायी जा रही है।