कन्नौज रेप प्रकरण: पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव की बढ़ी मुश्किलें, पीडिता से डीएनए सैम्पल हुआ मैच, पुलिस ने पीडिता की बुआ को भी बनाया आरोपी

मो0 कुमैल

कानपूर: कन्नौज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव की मुश्किलें अब और भी ज्यादा बढती हुई दिखाई दे रही थी। पुलिस कप्तान कन्नौज अमित कुमार आनंद के अनुसार इस मामले में डीएनए रिपोर्ट मैच कर गई है और पीडिता का डीएनए नवाब सिंह यादव से मैच कर गया है। जिसके बाद उस पर लगे रेप के आरोपों की पुष्टि हो गई है। इसी के साथ पुलिस ने पीडिता के बुआ को भी मामले में आरोपी बनाया है।

आजतक की खबर के मुताबिक, 11 अगस्त की रात को कन्नौज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव ने नाबालिग लड़की के साथ कथित तौरपर रेप किया था। इस दौरान पीड़िता ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को मामले की जानकारी दी थी। जिसके बाद  पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी नवाब सिंह को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस मामले में पीड़िता की बुआ को भी आरोपी बनाया है, जो उसे अपने साथ नवाब सिंह के कॉलेज ले गई थी।

मामले की जब जांच शुरू हुई तो आरोपित बुआ फरार हो गई थी। हालांकि बीते 21 अगस्त को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के समय पीड़िता की बुआ कमरे के बाहर मौजूद थी। पीड़िता ने मदद के लिए उसको आवाज भी दी थी। लेकिन उसने कोई मदद नहीं की। पुलिस की पूछताछ के दौरान पीड़िता की बुआ ने बताया कि वह नवाब सिंह को करीब 5-6 साल से जानती है। इससे पहले उसने जांच को गुमराह करने की कोशिश की थी। उसने बताया कि नवाब सिंह को फंसाया जा रहा है। और इसके पीछे सपा के कुछ ब्राह्मण नेताओं का ही हाथ है।

बताते चले कि यादव को 12 अगस्त की रात नाबालिक बच्ची से रेप के प्रयास में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उनकी पार्टी को लेकर सवाल उठने लगे। उन्हें पहले समाजवादी पार्टी से जोड़ा गया। लेकिन सपा ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद यादव की एक तस्वीर वायरल हुई। दावा किया जा रहा है कि इस तस्वीर में यादव और भाजपा से कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक साथ नजर आ रहे हैं।

भाजपा के आरोपों के बाद सपा के जिला अध्यक्ष कलीम खान ने एक बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि ‘नवाब सिंह यादव को समाजवादी पार्टी का नेता बताया जा रहा है, जो गलत है। नवाब सिंह 5 सालों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। यहां तक कि वो पार्टी के प्रारंभिक या सक्रिय सदस्य भी नहीं है। इसके बावजूद उन्हें समाजवादी पार्टी का सदस्य बताकर, पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।’

खान ने आग्रह किया था कि नवाब सिंह का नाम उनकी पार्टी के नाम से ना जोड़ा जाए। सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि घटना को किसी पार्टी या किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए। नदवी ने कहा कि जब सपा ने BJP को हराया है और लोगों का भरोसा जीता है, तब से BJP, सपा को बदनाम करने के लिए ये सब कर रही है।

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