मरकजी यौमुन्नबी कमेटी ने इस वर्ष हज करके वापस आये बनारस और आसपास के हाजियों इस्तकबाल, बोले हाजी महमूद ‘गंगा जमुनी तहजीब के मरकज़ हमारे शहर बनारस की तहजीब हम हमेशा कायम रखेगे’
माही अंसारी
वाराणसी: मरकजी यौमुन्नबी कमेटी की जानिब से कल शनिवार की रात मुस्लिम मुसाफिर खाना दालमंडी में इस वर्ष हज करके वापस आये हाजियों का इस्तकबाल किया गया और उनको सम्मानित किया गया। इस दरमियान तमाम मरकज़ के मेम्बरान ने हाजियों से दुआओं की दरख्वास्त किया।
कार्यक्रम की सदारत हज़रत मौलाना ज़किउल्लाह कारी ने किया। मेहमान-ए-खुसूसी मुफ़्ती-ए-शहर बनारस हज़रत अब्दुल बातिन नोमानी और मौलाना हारून रशदी नक्शेबंदी थे। कमेटी के सदर हाजी शकील अहमद बबलू और हाजी महमूद खान ने हाजियों का इस्तकबाल किया। इस कार्यक्रम में समाजसेवको अतहर जमाल लारी, नियाज़ अहमद मंजू, अब्दुल समद और पत्रकार तारिक आज़मी के हाथो हाजियों का सम्मान और इस्तकबाल हुआ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुवे हाजी महमूद ने कहा कि हम हर साल की तरह इस साल भी हाजियों का इस्तकबाल कर रहे है। हाजियों से दुआओं की तलब करते है। हम अल्लाह की बारगाह में दुआ करते है कि बनारस की गंगा जमुनी तहजीब को किसी की नज़र न लगे। हमारे शहर की आपसी मुहब्बत और इक्रहियत कायम रहे। बेशक चंद लोग इस एखलाक पर नज़र लगाने की कोशिश हो रही है। मगर हम इस नापाक कोशिश को अपनी मुहब्बत से कामयाब नही होने देंगे।
कार्यक्रम का सञ्चालन रियाज़ अहमद ‘नूर’ और इमरान खान ने किया। कार्यक्रम में शकील अहमद सिद्दीकी, आगा कमाल, अबरार खान, राशिद इकबाल, वारिस बबलू, दिलशाद अहमद ‘दिल्लू’, हाजी समद, राशिद सिद्दीकी, साजिद गुड्डू, हाजी इकबाल, हाजी यासीन ‘गुड्डू’, मोदास्सिर अहमद, सोहराब आलम, अब्दुल मन्नान, एस0 जावेद, एड0 अशरफ, अली अख्तर, हाजी ग्यासुद्दीन, अजहर आलम ‘अज्जू’, सऊद खान, रियाज़ छोटू, हाजी जावेद, मोहम्मद अफज़ल, राशिद मार्शल, फुरकान खान, बाबू नकाब, शफी उस्मानी, इमरान उस्मानी, अबुल खैर ‘मिस्टर आदि लोग शामिल थे।