बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: पाकिस्तान के रास्ते आने वाली टर्की मेड और आस्ट्रेलिया मेड पिस्टल का हुआ था हत्या को अंजाम देने में इस्तेमाल, आप भी चौक जायेगे असलहो की कीमत जान कर
तारिक आज़मी
डेस्क: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देने वाले शिवकुमार और धर्मराज को पैसे मिलने का लालच था तो वही गुरमेल को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विदेश जाने का वादा किया गया था। ताकि वो विदेश जाकर रह सके क्योंकि भारत में उसपर हत्या का मामला दर्ज था। इन्ही लालच में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देने वालो के सम्बन्ध में पुलिस नित नए खुलासे कर रही है। बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने पुलिस कमिश्नर से जांच के सम्बन्ध में मुलाकात भी किया है।
अब पुलिस ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में इस्तेमाल हुई पिस्टल के सम्बन्ध में जानकारी दिया है। बाबा सिद्दिकी की हत्या के मामले में तीन पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है। इनमें से एक आस्ट्रेलिया निर्मित ग्लॉक पिस्टल, एक तुर्की मेड 7.62 एमएम ऑटोमेटिक पिस्टल और एक देसी पिस्टल है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शूटर शिवकुमार ने तुर्की मेड 7.62 एमएम ऑटोमेटिक पिस्टल का इस्तेमाल किया था।
मुंबई पुलिस ने ये भी खुलासा किया कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए भी तुर्की मेड पिस्टल का इस्तेमाल किया था। साथ ही सलमान खान के फार्महाउस पर भी इसी तुर्की निर्मित पिस्तौल को इस्तेमाल करने का प्लान बनाया गया था। मुंबई पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपियों ने बाबा सिद्दिकी को गोली मारने से पहले घटनास्थल पर 40 मिनट तक इंतजार किया था। बाबा सिद्दिकी को गोली मारने के बाद आरोपी वहां से अलग-अलग जगहों पर भाग गए।
खुलासा हुआ है कि आरोपी अपने साथ एक्स्ट्रा शर्ट भी लाए थे जो उन्होंने भागते हुए बदली थी। मुंबई पुलिस को वारदात की जगह से 250 मीटर दूर एक बोरा भी मिला जिसमें शर्ट, शिवकुमार का आधार कार्ड और टर्की मेड ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई। जानकार बताते है कि जिगाना सीरीज की सभी पिस्टल तुर्की में बनती है और भारत में ये पिस्टल बैन है। लेकिन फिर भी तस्करी करके ये पिस्टल पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत लाई जाती है।
ये वही हथियार है जिससे माफिया अतीक अहमद और पंजाबी सिंगर सिद्दधू मूसेवाला की हत्या की गई थी। हाल ही में खुलासा ये भी हुआ कि गिरफ्तार आरोपी प्रवीण लोनकर ने हरीश निषाद को 60 हज़ार रुपये ट्रांसफर किए थे, जिसने शूटरों को रेकी और शूटआउट करने के लिए बाइक खरीदने के लिए 32,000 रुपये दिए थे। 32 हजार की सेकंड हैंड बाइक का इस्तेमाल कर इलाके की रेकी की गई थी। वहीं बात करें हरीश निषाद की तो उसने शिवकुमार और धर्मराज को शूटिंग के लिए चुना और गुरमैल को जीशान अख्तर ने चुना। यहाँ ख़ास गौर करने वाली बात ये है कि टर्की मेड पिस्टल की कीमत लगभग 6-7 लाख रुपये है और आस्ट्रेलिया मेड ग्लाक की कीमत 8 लाख रूपये है।