दिल्ली के सीआरपीऍफ़ स्कूल के बाहर धमाका, सीएम आतिशी ने कहा ‘बम धमाके की घटना दिल्ली की चरमराती सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही है’
आफताब फारुकी
डेस्क: दिल्ली के रोहिणी में प्रशांत विहार इलाक़े में स्थित सीआरपीएफ़ स्कूल के बाहर धमाके की घटना समाने आई है। समाचार एजेंसी एएनआई और पीटीआई दोनों ने ही इस ख़बर की पुष्टि भी कर दी है। घटना के एक चश्मदीद ने एएनआई से पूरे मामले के बारे में बताया है। घटनास्थल पर एनएसजी कामांडो के एक दल को भी तैनात किया गया है।
फ़िलहाल पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है और अभी तक किसी के हताहत होने की कोई भी सूचना सामने नहीं आई है। रविवार सवेरे दिल्ली में रोहिणी इलाक़े में सीआरपीएफ़ स्कूल के बाहर धमाके की ख़बर के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। घटनास्थल पर मौजूद एक शख़्स ने एएनआई से कहा, ‘ये घटना रविवार सुबह पौने सात बजे हुई। हमें लगा कि जैसे कोई बिल्डिंग गिरी हो या सिलेंडर फटा हो। जब हमने देखा तो धुंए का गुबार था। आस पास दुकानों के शीशे भी टूटे हुए थे। कोई सोच भी नहीं सकता था कि यहां कुछ ऐसा हो सकता है।’
सीआरपीएफ़ स्कूल के बाहर धमाके के मामले में दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संजय त्यागी ने जानकारी देते हुवे कहा है कि ‘आज सुबह रोहिणी जिले के प्रशांत विहार पुलिस स्टेशन को सूचना मिली थी कि सीआरपीएफ़ स्कूल के पास धमाके की आवाज आई है। तुरंत पुलिस की टीम मौके़ पर पहुंच गई थी, वहां पर कुछ दुर्गंध थी। स्कूल के परिसर और आस पास की कुछ दुकानों की शीशे टूटे हुए थे।’ संजय त्यागी ने बताया है कि किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की कोई चोट नहीं आई है। पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। क्राइम टीम, फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट और स्पेशल सेल के सभी लोग भी मौके़ पर मौजूद हैं।
उन्होंने बताया है कि इस बारे में फिलहाल जांच की जा रही है। धमाके के कारणों की जांच और यह कैसे हुआ इस विषय में जो भी अपडेट होगा उसकी जानकारी दी जाएगी। इस मामले में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आतिशी ने कहा है, ‘रोहिणी स्थित एक स्कूल के बाहर बम धमाके की घटना दिल्ली की चरमराती सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही है। दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की ज़िम्मेदारी भाजपा की केंद्र सरकार के पास है लेकिन भाजपा अपना ये काम छोड़कर सारा समय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के कामों को रोकने में लगाती है।’
आतिशी ने कहा, ‘यही कारण है कि आज दिल्ली में 1990 के दशक के मुंबई अंडरवर्ल्ड के दौर जैसा हाल हो गया है। भाजपा के पास ना काम करने की नीयत है ना क़ाबिलियत। अगर गलती से भी दिल्ली वालों ने इन्हें दिल्ली सरकार की ज़िम्मेदारी दे दी तो ये स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी का भी वही हाल कर देंगे जो आज दिल्ली की क़ानून व्यवस्था का है।’