पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की बुरी तरह हुई हार, ज़मानत बचाना तो दूर रहा दस हज़ार वोट भी न पा सके और पांचवे स्थान पर रहे
शफी उस्मानी
डेस्क: दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उचाना कलां सीट से चुनाव हार चुके है। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री और सांसद रहे दुष्यंत चौटाला ने वर्ष 2018 में आईएनएलडी से अलग होकर जेजेपी का गठन किया था। जेजेपी को 2019 विधानसभा चुनावो में आशा से ज्यादा सीट भी आई और वह हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री भी बने। चुनाव आयोग के अनुसार, वो पांचवें स्थान पर हैं। आखरी चक्र की गणना के बाद दुष्यंत चौटाला अपनी ज़मानत तो दूर रही, दस हज़ार मत भी नही हासिल कर पाए।
उचाना कलां को हरियाणा के वीआईपी सीटों में गिना जाता है। इस सीट को किसान नेता सर छोटू राम के पोते बीरेंद्र सिंह के परिवार का गढ़ माना जाता था। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह यहां से 5 बार विधायकी का चुनाव जीत चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां से दुष्यंत सिंह चौटाला को जीत मिली थी। उन्हें कुल 92504 वोट मिले थे। उनका सामना हुआ था भाजपा की प्रेमलता सिंह से। उन्हें कुल 45052 वोट मिले थे। इस तरह चौटाला की जीत 47452 वोटों के बड़े अंतर से हुई थी।
उचाना कलां सीट से आगे चल रहे कांग्रेस उम्मीदवार बृजेन्द्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। बृजेन्द्र सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा ऑफिसर रह चुके हैं। 21 साल के अपने सिविस सर्विस के करियर के बाद उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया था। 2014 में उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ा और BJP में चले गए। लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले उन्होंने फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
अब तक की गिनती में उन्हें मात्र 7481 वोट मिले हैं और वो 38464 वोटों से पीछे चल रहे हैं। यहां कुल 16 राउंड की गिनती होनी है। और अब तक 15 राउंड की गिनती हो चुकी है। इस सीट पर कांग्रेस के बृजेन्द्र सिंह दूसरे नंबर पर चल रहे हैं। अब तक उन्हें 45724 वोट मिले हैं। भाजपा के देवेंदर चतर भुज अत्तरी 45945 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इस तरह बृजेन्द्र सिंह 221 वोटों के मामूली अंतर से पीछे चल रहे हैं। अब तक के आंकड़ों से अनुमान लगाया जा रहा है कि जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार चौटाला के लिए जीत तक पहुंचना मुश्किल हो सकता है।