राजस्थान: जाँच में महिला आईपीएस के आरोप निकले सत्य, अपनी ही एसपी के मोबाइल लोकेशन को ट्रैक करने वाले साइबर सेल में तैनात 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड
प्रमोद कुमार
डेस्क: राजस्थान के भिवाड़ी ज़िले में साइबर सेल में तैनात 7 पुलिस अधिकारियों को अपनी एसपी के मोबाइल लोकेशन लेने के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि वो लोग एस ज्येष्ठा मैत्रेई के लोकेशन को अवैध रूप से ट्रैक कर रहे थे और उनके मोबाइल पर नज़र रख रहे थे।
शुरुआती जांच में आईपीएस अधिकारी ज्येष्ठा के आरोपों की पुष्टि हुई है, इसके बाद जिन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया, उनमें सब इंस्पेक्टर श्रवण जोशी भी शामिल हैं। मामले में जयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लांबा की भी प्रतिक्रिया आई है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, उन्होंने बताया कि साइबर सेल कर्मियों ने कम से कम 15 मौकों पर एसपी की लोकेशन का पता लगाया। ये पहली बार है, जब ऐसी घटना हुई है। ये एक क्राइम है।
हालांकि, ये स्पष्ट नहीं है कि साइबर सेल की टीम ज़िला SP के मोबाइल फ़ोन पर नज़र क्यों रख रही थी। लांबा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने आगे बताया, जांच का ज़िम्मा डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी को दिया गया है, जो एक या दो दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे। रिपोर्ट में इस काम के पीछे के मकसद पर फोकस किया जाएगा। रिपोर्ट मिलने के बाद 7 पुलिस कर्मियों के ख़िलाफ़ आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं,आईपीएस अधिकारी ज्येष्ठा मैत्रेई ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 7 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है।
जब आगे पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस साजिश का शिकार हूं, मैं कैसे ब्योरा दे सकती हूं।’ वहीं, आजतक के साथ बातचीत में ज्येष्ठा ने बताया कि वो अपना काम पूरी ईमानदरी से करती हैं। ऐसे में उन्हें विश्वास नहीं था कि उनके विभाग के लोग ही उन पर नज़र रख रहे थे। उन्हें इस मामले की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। श्रवण जोशी के अलावा जिन अन्य साइबर सेल कर्मियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार और कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहिताश भी शामिल हैं।