हमास से जंग में टूट चुकी है इसराइल के अर्थव्यवस्था की कमर
मो0 कुमेल
डेस्क: हमास से चल रही जंग के कारण इसराइल की अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ चुकी है और मंदी के दौर से गुज़र रही है. अल जजीरा ने अपनी एक रिपोर्ट में ऐसा दावा स्थानीय अर्थशास्त्रियों से बातचीत के आधार पर किया है. इसके तथ्यों को बताया है कि गज़ा में इसराइल द्वारा जितने बम गिराए गए है वह द्वितीय विश्व युद्ध के दरमियान गिराए गए बमों से अधिक है.
अल जजीरा से बात करते हुवे राजनीतिक अर्थशास्त्री और पत्रकार विल हटन ने कहा है कि तथ्य यह है कि गाजा पर गिराए गए बमों का संचयी वजन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गिराए गए बमों से अधिक है, यह ‘असाधारण’ है, इज़राइल अमेरिकी सैन्य सहायता के बिना ऐसा नहीं कर सकता था, लेकिन वे ‘अपने आप को काफी नुकसान पहुंचा सकते थे’.
उन्होंने कहा, यह एक ‘सैन्यीकृत समाज’ और ‘सैन्यीकृत अर्थव्यवस्था’ है। युद्ध से इज़रायली अर्थव्यवस्था को कोई फ़ायदा नहीं हुआ है, जो ‘सुस्त स्थिति में है और यहाँ तक कि मंदी में भी पड़ सकती है।‘ उन्होंने कहा कि इज़राइल में 18 से 30 वर्ष की आयु के लगभग सभी लोगों को या तो सेना में बुलाया गया है या सेवा दी गई है, जिससे जनशक्ति का नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि इसके विपरीत, यह मान सकते हैं कि अमेरिका, जो हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, उसको निजी कंपनियों का उपयोग करके उनका निर्माण कर रहा है जो गजा पर युद्ध से लाभ कमा रहे हैं।