कांग्रेस सांसद डॉ0 मोहम्मद जावेद का बड़ा आरोप ‘जेपीसी की आड़ में मोदी सरकार वक्फ कानून संशोधन कर मुसलमानों की वक्फ संपत्ति हड़पना चाहती है, मीटिंग में ऐसे लोगो को बुलाया जाता है जिनका कोई ताल्लुक नहीं’
आफताब फारुकी
डेस्क: बिहार के किशनगंज से कांग्रेस के सांसद और वक़्फ़ संशोधन बिल के लिए बनी जेपीसी के सदस्य डॉ। मोहम्मद जावेद ने, जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी) मीटिंग पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने सीधे सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला है। कांग्रेस के सांसद ने कहा, ‘मोदी जी के राज में वे हर चीज़ अपने मनमानी तरीके से कर रहे हैं। मीटिंग में ऐसे-ऐसे लोगों को बुलाया जाता है जिनका वक़्फ़ से कोई ताल्लुक़ नहीं होता है।’
मोहम्मद जावेद ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘ये लोग जेपीसी के ज़रिए वक़्फ़ क़ानून ख़त्म कर देना चाहते हैं। इससे उनको मौका मिल जाएगा मुसलमानों की लाखों एकड़ की ज़मीन को कब्ज़ा करने का।’ किशनगंज़ के सांसद ने कहा, ‘जेपीसी मीटिंग के नाम पर दिखावा हो रहा है। इसे देखते हुए हमने स्पीकर साहब से समय मांगा है और उन्होंने समय देते हुए हमारी बातें गंभीरता सुनी है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि मीटिंग हफ़्ते में एक बार या दो हफ़्ते में दो बार हो।’
अपनी राय व्यक्त करते हुए वे बोले, ‘हमारा यही कहना है कि यह जल्दबाज़ी का नहीं, बल्कि एक गंभीर मामला है। यह सीधे तौर पर 20 करोड़ लोगों से जुड़ा हुआ मसला है। इसमें दूसरे धर्मों के लोगों का भी हित जुड़ा हुआ है।’ किशनगंज के सांसद ने मीटिंग पर कहा, ‘मीटिंग में जो लोग संस्था से जुड़े हुए हैं या फ़िर ज़मीनें दी हैं उनको बुलाया जाना चाहिए। ऐसे लोगों को ना बुलाया जाए जो इसके हितधारक नहीं हैं। क्योंकि वे केवल सरकार की बात ही रखते हैं और इससे माहौल ख़राब होता है। दुनिया की नज़रें भी इस पर टिकी हैं। क्योंकि वे यह देखना चाह रहे हैं कि बीजेपी और मोदी सरकार में किस तरह से अल्पसंख्यकों का हक़ छीना जा रहा है।’