राजस्थान उपचुनाव में एसडीएम को थप्पड़ मरने के मामले में बोले टोक एसपी ‘नरेश मीणा पर सरकारी काम में बाधा डालने और आगज़नी से जुडी धाराओं में हुई कार्यवाही

फारुख हुसैन

डेस्क: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले ने अब तुल पकड़ लिया है और नरेश मीणा की गिरफ़्तारी के बाद हंगामा शुरू हो गया है। उनके समर्थको के द्वारा आगज़नी की घटनाओं को अंजाम देने की जानकारी निकल कर सामने आ रही है।

नरेश मीणा की गिरफ़्तारी के बाद टोंक ज़िले के एसपी विकास सांगवान ने कहा है कि उन पर (मीणा पर) सरकारी काम में बाधा डालने और आगजनी से जुड़ी धाराओं के तहत कार्रवाई होगी। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘उनको संदेश दिया गया कि वे क़ानून को हाथ में ना लें और ख़ुद को क़ानून के आगे समर्पित कर दें। पहले वह ऐसा नहीं करना चाह रहे थे लेकिन पुलिस की तैयारी को देखकर उनको झुकना पड़ा।’ नरेश मीणा पर होने वाली संभावित क़ानूनी कार्रवाई पर टोंक ज़िले के एसपी ने कहा, ‘उन पर सरकारी कार्य में बाधा और आगजनी से जुड़ी धाराएं लगाई जाएंगी।

वह जिन पुराने मामलों में वांछित थे उनका भी रिकॉर्ड मंगाया गया है और उनमें भी गिरफ़्तारी होगी। पूरे मामले में 50-60 लोगों को हिरासत में लिया गया है।’टोंक ज़िले की देवली-उनियारा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने बुधवार को उपचुनाव की वोटिंग के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक एसडीएम अधिकारी को थप्पड़ मार दिया था। नरेश मीणा का आरोप था कि एसडीएम अधिकारी तीन लोगों से फर्ज़ी वोटिंग करवा रहे थे, जिसके बाद क्षेत्र में बवाल बढ़ गया था।

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