हे भगवान्…,! वकालत छोड़ अशोक बना साधू, साध्वी को बहला-फुसला कर अपने जाल में फंसा बनाया शारीरिक सम्बन्ध, चाहता था आश्रम हडपना, साध्वी ने किया मिलना बंद तो कर दिया अश्लील वीडियो वायरल, चढ़ा पुलिस के हत्थे
तारिक आज़मी
डेस्क: धर्म के भेष में अधर्मी सिर्फ सतयुग में ही नही छिप जाते थे, बल्कि इस कलयुग में भी ऐसे अधर्मी अपने पाखंड से बाज़ नही आते है। ऐसा ही एक पाखंड का मामला हरिद्वार से सामने आया है। एक अधिवक्ता 10 वर्षो तक वकालत करता रहा। वकालत में कोई कामयाबी नही मिली तो साधू का भेष धारण कर पहुच गया हरिद्वार और एक साध्वी को अपनी चिकनी चुपड़ी बाते में फंसा कर बहल फुसला कर उससे शारीरिक सम्बन्ध बना बैठा।
इसके बाद पाखंडी ने अपने मकडजाल को फैलाते हुवे साध्वी के आश्रम को कब्ज़ा कर ट्रस्ट का अध्यक्ष बनने का ख्वाब पाल लिया। इधर जब साध्वी को इस पाखंडी साधू की मंशा पर शंका हुई तो उसने उससे मिलना जुलना बंद कर दिया। इससे नाराज़ होकर पाखंडी साधू ने साध्वी का अश्लील वीडियो वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस की चौखट तक पंहुचा और पुलिस ने पाखंडी साधू को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुत का नाम अशोक कुमार बताया जा रहा है।
आरोपी अशोक कुमार ने महिला साध्वी के कनखल स्थित अर्धनिर्मित आश्रम को हड़पने और ट्रस्ट का अध्यक्ष बनने के लिए पहले उसके साथ नजदीकी बढ़ाई और संबंध बना लिए थे। आरोपों के मुताबिक आरोपी ने महिला साध्वी की अश्लील वीडियो भी बना ली थी और फिर उस वीडियो के दम पर उसे डरा-धमकाकर मनमानी करता रहा। पुलिस ने बताया कि इस आरोपी से परेशान होकर जब महिला साध्वी ने उससे मिलना बंद कर दिया तो उसने पहले से बनाई हुई अश्लील वीडियो वायरल कर दी।
पीड़ित महिला की शिकायत पर कनखल थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी अशोक कुमार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है। दुष्कर्म का आरोपी अशोक कुमार यूपी के मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक आरोपी इलाहाबाद हाईकोर्ट में 10 साल वकालत कर चुका है। आरोपी शादीशुदा है लेकिन कथित रूप से संसार से मोह भंग होने के कारण उसने संन्यास अपना लिया था।
2020 में वाल्मीकि आश्रम के अध्यक्ष रहे स्वामी नित्यानंद की मृत्यु के बाद आरोपी अशोक कुमार पीड़ित साध्वी के संपर्क में आया था। इधर, इस मामले के बाद हरिद्वार में साधु-संतों ने गहरा दुख जताया है। उनका कहना है कि एक भगवाधारी फर्जी साधु के कारण लोगों तक गलत संदेश जाता है। ऐसे फर्जी साधुओं पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मामला महिला अपराध से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और सीओ सिटी जूही मनराल में खुद मामले की जांच की।
सीओ सिटी ने जानकारी दी थी मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी की खोजबीन में जुटी हुई थी। आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था इसलिए उसे एक गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। सभी इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।