प्रयागराज में प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के मुद्दे पर राज्य लोक सेवा आयोग ने कहा ‘ छात्रों के हित में ही परीक्षाएं केवल उन केंद्रों पर कराई जा रही है जहाँ किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं है’
तारिक खान
डेस्क: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की मांग पर राज्य लोक सेवा आयोग ने प्रतिक्रिया दी है। यूपी लोक सेवा आयोग ने कहा है कि छात्रों के हित में ही परीक्षाएं केवल उन केंद्रों पर कराई जा रही है जहाँ किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं है।
आयोग का कहना है, ‘पहले दूर-दराज के परीक्षा केन्द्रों में कई प्रकार की गड़बड़ियों की सूचना मिली है जिससे योग्य छात्रों का भविष्य अनिश्चित हो जाता है। इसे खत्म करने और पूरी परीक्षा मेरिट के आधार पर संपन्न कराने के लिए इन केन्द्रों को हटाया गया है।’ सोमवार को जारी बयान में आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि जहां पाँच लाख से अधिक अभ्यर्थी हैं वहां परीक्षा एक से अधिक पालियों में कराए जाने की व्यवस्था लागू की गई है।
इसी के तहत पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा सात और आठ दिसंबर को यानी दो दिनों में और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को तीन पालियों में कराए जाने का फ़ैसला लिया गया है। यूपी लोक सेवा आयोग के प्रवक्ता ने दावा किया कि इन परीक्षाओं के संबंध में अभ्यर्थियों ने आयोग को पत्र भेजकर बताया है कि कुछ टेलीग्राम चैनल और यू ट्यूबर्स परीक्षा को टलवाने की साजिश कर रहे हैं, ये चैनल परीक्षा के नॉर्मलाइज़ेशन को लेकर भ्रम फैला रहे हैं और उम्मीदवारों को गुमराह कर रहे हैं।
प्रदर्शकारी छात्र पीसीएस-2024 की प्री और आरओ एआरओ प्री परीक्षा को दो दिन में कराए जाने का विरोध कर रहे हैं। इसके ख़िलाफ़ सोमवार सुबह करीब 11 बजे से ही प्रयागराज में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। अभ्यर्थियों की मांग है कि परीक्षा एक दिन और एक ही शिफ्ट में कराई जाएं। साथ ही वो नॉर्मलाइज़ेशन व्यवस्था लागू होने का भी विरोध कर रहे हैं।