मणिपुर में नही थम रही हिंसा की अग्नि, जिरीबाम जिले में बरामद हुआ एक महिला और दो बच्चो का शव, जारी है पुरे जिले में हिंसा
मो0 कुमेल
डेस्क: असम सीमा के पास मणिपुर के हिंसाग्रस्त जिरीबाम ज़िले में शुक्रवार की शाम एक महिला और दो बच्चों के शव बरामद किए गए हैं। ये शव ज़िले के जिरीमुक गांव के पास जिरी नदी में तैरते हुए मिले। पिछले सोमवार, 11 नवंबर को जिरीबाम के बोरोबेकरा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ़ के साथ हुई कथित मुठभेड़ में 10 आदिवासी युवाओं की मौत हो गई थी। सुरक्षाबलों के अनुसार मारे संदिग्ध चरमपंथी थे।
इसी दिन शाम को पता चला कि बोरोबेकरा थाने के पास स्थित एक राहत शिविर से एक ही परिवार के छह सदस्य लापता हो गए थे। इनमें एक 60 साल की एक बुज़ुर्ग महिला समेत तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल थे। इसके पांच दिन बाद शुक्रवार को एक महिला और दो बच्चों के शव बरामद हुए। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ये शव लापता लोगों के ही हैं, लेकिन पुलिस ने कहा है कि शवों की अभी पहचान नहीं हुई है।
शव बरामद होने वाली जगह राहत शिविर से करीब 20 किलोमीटर दूर बताई जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, ‘नदी में मिले शव सड़ी-गली हालत में थे।’ कछार ज़िले के पुलिस अधीक्षक नुमुल महत्ता ने कहा, ‘यह शव मणिपुर की तरफ मिले हैं।’ असम पुलिस की एक दूसरी जानकारी के अनुसार, तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल लाया गया है और अभी उनकी पहचान का पता लगाया जा रहा है। पुलिस का कहना कि जब तक शवों की शिनाख़्त नहीं हो जाती, तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि ये तीनों शव लापता हुए लोगों के ही हैं।
जब स्थानीय लोगों ने नदी में शवों को तैरता देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। इस बीच मौके पर पहुंचे असम राइफ़ल्स के जवानों ने शवों को बरामद किया। मैतेई समुदाय के कई प्रमुख संगठनों का आरोप है कि मुठभेड़ की घटना वाले दिन संदिग्ध चरमपंथियों ने एक परिवार के छह सदस्यों का अपहरण कर लिया था। मैतेई समुदाय के संगठनों के मुताबिक़, ये सभी छह लोग मैतेई समुदाय से हैं और जून में इलाके में हुई हिंसा के बाद से बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन में स्थापित एक राहत शिविर में रह रहे थे।
इन लापता लोगों को बचाने के लिए पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों की टीमों ने इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चला रखा है। महिलाओं और बच्चों के लापता होने को लेकर इंफाल और जिरीबाम में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मणिपुर में मैतेई समुदाय के प्रमुख संगठन कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी भेजकर उनके हस्तक्षेप की अपील भी की थी। जिरीबाम में 7 नवंबर को हथियारबंद चरमपंथियों ने एक कुकी कबीले की महिला को गोली मारने के बाद उनको कथित तौर पर मकान समेत जला दिया था। इस घटना के बाद से मणिपुर के जिरीबाम में लगातार हिंसा हो रही है।