फर्जी बवाल की सुचना कंट्रोल रूम को देकर पार्टी मनाना पड़ा पुलिस कर्मियों को भारी, खुला राज़ तो 4 हुवे सस्पेंड, होमगार्ड सहित 5 पर हुआ धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज

निलोफर बानो

डेस्क: मेरठ में फर्जी बवाल की सुचना कंट्रोल रूम में देकर पुलिस वालो को पार्टी मनाना भारी तब पड़ गया जब इस झूठे बहाने का राज़ खुल गया। बात अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद अब 4 पुलिस वालों को सस्पेंड करके अप्टर सस्पेंशन पार्टी मनाने की आज़ादी मिल गई है।

मामले में इन पुलिसकर्मियों के साथ एक होमगार्ड पर भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पार्टी मनाने के लिए पहले ये सभी आरोपी पुलिस कर्मी थाने से निकल गए और फिर एक राहगीर से फोन लेकर फोन पर फर्जी बवाल की सुचना कंट्रोल रूम को दिया। जिसके बाद कंट्रोल रूम ने कालर की लोकेशन के पास ही इनकी गाडी की लोकेशन देख कर इन पुलिस कर्मियों को बवाल शांत करवाने मौके पर भेजा। बात तब खुली जब फीडबैक काल के लिए कालर के नंबर पर फोन आया तो उसने कॉल करने से इनकार कर दिया कि उसने कोई शिकायत किया ही नही है।

मामला परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र का है। हुआ कुछ इस तरह कि पार्टी मनाने के लिए ये सभी पुलिसकर्मी 23 अक्टूबर को थाने से निकले और एक व्यक्ति को रास्ते में रोका और 112 नंबर पर कॉल किया। बताया कि एक पार्टी में बवाल हो गया है। कट्रोल रूम ने देखा कि चारों पुलिस वाले और गाड़ी फोन करने वाले के आसपास मौजूद हैं। ऐसे में कंट्रोल रूम ने उन चार सिपाहियों को ही बवाल वाली जगह पर पहुंचने का निर्देश दिया।

इस तरह चारों ने पार्टी तो कर ली। उनके साथ एक होम गार्ड भी शामिल बताया जाता है। लेकिन जब इसकी पोल खुली, तो उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक़, 2 नवंबर को पांचों के नाम धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। इनमें हेड कॉन्स्टेबल यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार, राजन और होमगार्ड सुनील का नाम शामिल है।

इस तरह पुलिसकर्मी पार्टी में तो शामिल हो गए। लेकिन उनके लिए समस्या तब पैदा हुई, जब लखनऊ से SSP डॉ। विपिन ताडा ने उस व्यक्ति को फ़ीडबैक के लिए कॉल किया, जिसके नंबर से कॉल किया गया था। जब फ़ीडबैक मांगा गया, तो उस राहगीर ने बताया कि उसने कॉल ही नहीं किया था। आगे पूछताछ में उसने बताया कि 4 पुलिस वालों ने उसे रोक कर उसके नंबर से कॉल किया था। फिर मामले की जांच शुरू की गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जांच में पता चला कि चारों सिपाहियों ने कंट्रोल रूम को फ़र्ज़ी सूचना दी थी। बाद में डायल 112 के प्रभारी बलराम सिंह ने चारों पुलिसकर्मियों समेत एक होमगार्ड को सस्पेंड करने का निर्देश दिया। साथ ही, उनके ख़िलाफ़ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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