मथुरा में तैनात सब इस्पेक्टर का बेटा करता था असलहा सप्लाई, हथियारों के जखीरो के साथ चढ़ा एसटीऍफ़ के हत्थे तो खुला राज़ कि एके-47 जैसे असलहे भी करता था सप्लाई
शफी उस्मानी
डेस्क: एसटीएफ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हथियार सप्लाई करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी के पास 5 सिंगल बैरल, 12 डबल बैरल बंदूकें और 700 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। एसटीएफ का दावा है कि आरोपी ने अपने गैंग के साथ मिलकर एके-47 भी सप्लाई है। जांच में पता चला है कि हथियार तस्कर के पिता राकेश सिंह यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। वह ग्रेटर नोएडा से करीब 127 किलोमीटर दूर मथुरा में तैनात हैं। एसटीएफ की टीम अब गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है।
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि टीम को इनपुट मिला था कि एक हथियार तस्कर पंजाब से बड़े पैमाने पर हथियार लाकर वेस्ट यूपी में सप्लाई करता है। टीम ने शनिवार आधी रात को कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में घेराबंदी कर हथियार तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से स्कॉर्पियो कार में हथियार बरामद हुए। उसके 4 साथी भाग गए। गिरफ्तार आरोपी रोहन पुत्र राकेश बड़ौत बागपत का रहने वाला है। रोहन के पास से 5 सिंगल बैरल और 12 डबल बैरल बंदूकें और 700 कारतूस बरामद हुए हैं। एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि इस अंतरराज्यीय गैंग का मुख्य सरगना अनिल बालियान उर्फ अनिल बाजी है। यह गिरोह पंजाब से अवैध हथियारों की तस्करी कर पश्चिमी यूपी और दिल्ली एनसीआर समेत अन्य जिलों में सप्लाई करता है।
हथियारों की तस्करी में पकड़े गए इंस्पेक्टर के बेटे रोहन ने पोस्ट ग्रेजुएशन किया था। उसने इंस्पेक्टर की तैयारी भी की, लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली। इसके बाद अब वह ठेकेदारी कर रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात हथियार तस्कर अनिल बालियान से हुई और पैसे कमाने के लालच में वह हथियारों की तस्करी में शामिल हो गया। रोहन ग्राहकों की तलाश कर अपना नेटवर्क तैयार करता था। डील फाइनल होने के बाद ये लोग जरूरतमंदों को हथियार सप्लाई करते थे।
एसटीएफ की पूछताछ में रोहन ने बताया कि वह इन हथियारों को पंजाब से लाकर यूपी, दिल्ली और बिहार में सप्लाई करता था। वह यह काम काफी समय से कर रहा था। आरोपियों से बरामद सभी हथियार पंजाब के एक गन हाउस से खरीदे गए थे। गन हाउस मालिक फर्जी रसीद जारी करके ये बंदूकें देता था। गिरोह के सदस्यों का गठजोड़ कई राज्यों में फैला हुआ है।
सटीएफ एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि रोहन ने बताया कि ये लोग मराठा गन हाउस, अटारी रोड खासा, जिला अमृतसर पंजाब से 40 से 50 हजार रुपये प्रति बंदूक और 100 रुपये प्रति कारतूस (315 बोर) के हिसाब से हथियार और कारतूस लाते थे। फिर इन बंदूकों को 80 हजार से 1 लाख और कारतूसों को 200 से 250 रुपये में बेचते थे। राठा गन हाउस का मालिक किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से फर्जी रसीद जारी करके इन्हें ये हथियार और कारतूस देता है। अनिल बालियान उन फर्जी रसीदों को अपने पास रखता है।
अनिल बालियान पुराना हथियार तस्कर है, जिसके पास से शामली जिले की पुलिस ने पहले भी एके-47 राइफल बरामद की थी। इससे पहले भी आरोपी और उसके साथी अनिल बालियान मेरठ के शारिक और रिजवान गिरोह से 30 बोर की पिस्टल एक लाख रुपये में खरीदते थे। इन आरोपियों ने ये पिस्टल दीपक भूरा निवासी रमाला थाना रमाला बागपत, विपिन निवासी वाजिदपुर थाना बड़ौत और पिंटू दाढ़ी निवासी बिनौली बागपत को डेढ़ लाख रुपये में बेची हैं। ये लोग ये हथियार और कारतूस किसी को देने के लिए यहां आए थे।