सीरिया पर विद्रोही गुट का हुआ कब्ज़ा तो खुश है अफगानिस्तान की तालिबान सरकार
आफताब फारुकी
डेस्क: सीरिया की सीमा अफ़ग़ानिस्तान के साथ नहीं सटती। भौगोलिक रूप से भी दोनों एकदूसरे से काफ़ी दूर है। हालांकि सीरिया में जारी घटनाक्रम पर तालिबान सरकार की ओर से कोई औपचारिक बयान अभी तक नहीं आया है लेकिन सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट को देखना हैरानी से कम नहीं है।
तालिबान कट्टर सुन्नी विचारों को मानने वाले हैं। एक तालिबानी व्यक्ति ने मुझे बताया, ‘वैचारिक एकरूपता के कारण तालिबान सीरिया के जिहादी विद्रोहियों के लिए बहुत सहानुभूति रखते हैं।’ एक वरिष्ठ तालिबान अधिकारी के अनुसार, तालिबान उम्मीद कर रहे हैं कि सीरिया में विद्रोही गुट ‘शरिया क़ानून लागू करेंगे’ जैसा तालिबान सरकार ने अफ़ग़ानिस्तान में लागू कर रखा है।
बताते चले कि सीरिया के विद्रोही गुट देश की राजधानी दमिश्क में प्रवेश कर चुके हैं और उन्होंने दावा किया है कि राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़ चुके हैं। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि बशर अल-असद सीरिया छोड़कर कहां गए हैं। इसके बाद विद्रोहियों ने सीरिया की आज़ादी की घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि ‘तानाशाह’ राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़ कर भाग गए हैं और सीरिया अब ‘आज़ाद’ है।