बिहार: बीपीएससी परीक्षार्थियों पर पुलिस का लाठी चार्ज, मुख्यमंत्री आवास को जा रहे अभ्यर्थियों पर पानी की छोड़ी गई बौछार
अनिल कुमार
पटना: बिहार के पटना में बीते कई दिनों से लोक सेवा आयोग के परीक्षार्थियों का आंदोलन चल रहा है। रविवार शाम यहां हालात उस वक्त बिगड़ गए जब परीक्षार्थियों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की और पुलिस ने बल प्रयोग किया। गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने की कोशिश कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार का सहारा लिया।
इस घटना में कई छात्रों के घायल होने की ख़बर है। पटना में धरनास्थल पर मौजूद बीबीसी संवाददाता सीटू तिवारी ने बताया कि पटना के गांधी मैदान से प्रदर्शनकारी छात्र निकलकर जेपी गोलंबर में बैठने आ गए थे। इसके बाद बैरिकेडिंग कर दी गई थी। छात्रों के साथ जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी बैठे हुए थे। ‘प्रशांत किशोर शाम सात बजे धरना स्थल से चले गए। इसी दौरान छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे जाने की कोशिश की तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।’
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा को लेकर 18 दिसंबर से ही परीक्षार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने परीक्षा में अनियमितताओं, प्रश्न पत्र के स्तरहीन होने और कोचिंग संस्थानों के मॉडल पेपर से सवालों के मेल खाने का आरोप लगाया है। परीक्षार्थी पूरी परीक्षा रद्द कर इसे दोबारा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। इस घटना में कई छात्रों के घायल होने की ख़बर है। हालांकि पुलिस ने कहा है कि उन्होंने ‘लाठीचार्ज नहीं किया गया।’
बताया जा रहा है कि गांधी मैदान से निकलकर प्रदर्शनकारी छात्र जेपी गोलंबर में बैठने आ गए थे। इसके बाद बैरिकेडिंग कर दी गई थी। छात्रों के साथ जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी बैठे हुए थे। प्रशांत किशोर शाम सात बजे धरना स्थल से चले गए। इसी दौरान छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे जाने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने मामूली बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। इस दौरान कई छात्र घायल हुए और कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस की वैन में बंद एक छात्र ने कहा कि ‘मेरी बहन को भी लड़कों के साथ वैन में बंद कर दिया गया, जबकि वैन में कोई और महिला नहीं थी।’
एसपी सिटी स्वीटी सहरावत ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए लाठीचार्ज की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘लाठीचार्ज नहीं हुआ। बार-बार हमने छात्रों से जगह खाली करने की अपील की थी लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। हमने ये भी कहा कि वे अपनी मांग रख सकते हैं, हम सुनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने हमें धक्का दिया इसके बाद हमने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।’