70वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने और पुलिस द्वारा छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में छः जिलों में छात्रों का प्रर्दशन
अनिल कुमार
डेस्क: सोमवार के दिन बिहार में छात्रों ने करीब छह जिलों में सड़क पर चक्काजाम एवं रेलवे ट्रैक पर जमकर प्रर्दशन किया तथा ट्रेन को रोके रखा। 70 वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने आरा, बक्सर, समस्तीपुर, बेतिया, सीवान और बेगूसराय में सड़क जाम कर प्रर्दशन किया। इस छात्र संगठनों को राजद और वामपंथी दलों का सर्मथन मिला हुआ था।
इस छात्र संगठनों के आंदोलन में तेजी आने से बिहार सरकार की कुंभकर्णी नींद टूट रही है और बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की है। मुख्य सचिव मीणा से मुलाकात करने के बाद छात्रों ने कहा कि मुख्य सचिव भरोसा दिया है कि जो भी उचित कार्रवाई होगी वह हम लोग करेंगे।
इस बीच सोमवार को पूर्णिया से लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने छात्रों की मांग को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की और कहा कि राज्यपाल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करने का भरोसा भी दिया है। 70 वी बीपीएससी रद्द करने के लिए पिछले 13दिनों से छात्रों द्वारा धरना-प्रदर्शन जारी है। रविवार के दिन छात्रों द्वारा छात्र संसद का आयोजन हुआ था।
इस आयोजन मे भाग लेने जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर भी आये हुए थे और उसके बाद छात्रों द्वारा यह घोषणा किया गया कि सीएम हाउस का घेराव किया जायेगा और गांधी मैदान से छात्र लोगों ने सीएम आवास के तरफ जाना शुरू दिया पर पुलिस लोगों ने इन्हें रोकना चाहा तो यह छात्र लोग उग्र प्रदर्शन करने लगे जिसके परिणामस्वरूप बिहार पुलिस ने छात्रो पर पहले वाटर कैनन का प्रयोग किया और उसके बाद छात्रों पर जमकर लाठीचार्ज किया। जिसके विरोध मे छात्रों ने पूरे बिहार में चक्काजाम करने की घोषणा कर दी।
पुलिस द्वारा किए लाठीचार्ज के पहले घटनास्थल से जनसुराज नेता प्रशांत किशोर निकल गए थे जिसके कारण कुछ छात्रों ने पीके के खिलाफ जमकर गो बैक के नारे लगाने लगे। बिना डीएम के परमिशन के छात्र संसद का आयोजन करने के मामले में पीके समेत छह सौ लोगो पर मुकदमा दर्ज किया गया।