अरे गजब: वैज्ञानिक तलाश रहे बायोलाजिकल आर्डर में बदलाव का तरीका ताकि पुरुष मातृत्व का अनुभव कर सके, दूसरी तरफ बिहार शिक्षा विभाग ने पुरुष अध्यापक को दिया मातृत्व अवकाश
अनिल कुमार
डेस्क: बिहार का शिक्षा विभाग वैज्ञानिको के खोज को आसान कर चूका है। एक तरफ वैज्ञानिक जी जान लगा कर खोज कर रहे है कि कोई फार्मूला ऐसा मिल जाए जिससे बायोलाजिकल आर्डर में बदलाव करके पुरुषो को मातृत्व आनंद दे सके। अब विज्ञानिको को बिहार शिक्षा विभाग से संपर्क करके उस शिक्षक की तलाश करना चाहिए जिसने मातृत्व अवकाश लिया है। बिहार शिक्षा विभाग ने एक पुरुष टीचर को भी मेटरनिटी लीव दिया हुआ है।
यही नहीं शिक्षा विभाग की इस उदार निति का पूरा ध्यान शिक्षक ने भी लिया और कई दिनों तक स्कूल से गायब रहे। जब यह जानकारी पब्लिक में आई तब जाकर कहीं विभाग को याद आया कि अभी वैज्ञानिक कोई ऐसी खोज नहीं कर पाए हैं जो बायोलॉजिकल ऑर्डर में बदलाव ला सके। और पुरुष मातृत्व का अनुभव कर सकें। फिलहाल शिक्षा विभाग इसी पेशोपेश में पड़ा हुआ है कि वह वैज्ञानिको से संपर्क कर ये फार्मूला बताये या फिर इसको अपनी बड़ी गलती स्वीकार कर इस मामले में ज़िम्मेदार पर कार्यवाही करे।
बिहार में बहार है..
शिक्षा विभाग ने एक पुरुष टीचर को गर्भवती बना दिया और मैटरनिटी लीव भी दे दी. 🤣pic.twitter.com/XJedWuwtws
— बलिया वाले 2.0 (@balliawalebaba) December 24, 2024
इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक, मामला वैशाली जिले के महुआ ब्लॉक के हसनपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय का है। यहां तैनात शिक्षक जीतेंद्र कुमार को 2 दिसंबर से 10 दिसंबर तक की मैटरनिटी लीव दी गई थी। यह जानकारी शिक्षा विभाग के सरकारी पोर्टल ई शिक्षा कोष से सामने आई। इस पोर्टल पर ये जानकारी अपलोड की गई थी कि जीतेंद्र कुमार को मैटरनिटी लीव मिली हुई है। जैसे ही यह जानकारी वायरल हुई। लोगों ने सोशल मीडिया पर इसका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया। और विभाग को आलोचना का सामना करना पड़ा।
इस घटना के बारे में जब शिक्षा विभाग को खबर मिली तो उन्होंने मामले की जांच शुरू की। स्थानीय प्रखंड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि यह तकनीकी गड़बड़ के चलते हुआ है। उन्होंने बताया कि सरकारी पोर्टल पर छुट्टी का आवेदन अपलोड करते समय मैटरनिटी लीव की इंट्री हो गई। जो कि पुरुष शिक्षक के लिए गलत थी। यह डाटा इंट्री की गलती थी। और इसे सुधार लिया जाएगा। शिक्षा अधिकारी ने इस गड़बड़ी के लिए खेद भी व्यक्त किया है।