ओड़िसा: अवैध धर्मांतरण का आरोप लगाते हुवे भीड़ ने दो महिलाओं को पेड़ में बाँध कर पीटा, पुलिस ने पीड़ित महिलाओं के खिलाफ भी दर्ज किया अवैध धर्मान्तरण का मामला, भीड़ पर भी दर्ज हुआ मामला
आदिल अहमद
डेस्क: क्रिसमस के अगले दिन यानी 26 दिसंबर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दो महिलाएं पेड़ से बंधी हुई दिखाई दे रही हैं। उनके चारों तरफ भीड़ इकट्ठा है। भीड़ उनसे धार्मिक नारे लगवा रही है। मसलन- उन्हें जय श्री राम कहने को मजबूर किया जा रहा है। उनमें से एक के चेहरे पर केक लगाया गया है। दोनों की उम्र 40 साल के करीब बताई जा रही है।
भीड़ का दावा है कि ये महिलाएं धर्मांतरण का जश्न मनाने के लिए केक लाई थीं। इनमें से एक का नाम सुभासिनी सिंह और दूसरी का सुकांति सिंह। भीड़ से घिरीं दोनों महिलाओं के ठीक पीछे ईसा मसीह की फोटो है। आरोप हैं कि भीड़ ने इन दोनों महिलाओं को बेरहमी से पीटा। मामला ओडिशा के बालासोर जिले के एक आदिवासी गांव छनखानपुर का है। इन महिलाओं के ऊपर गांव के एक व्यक्ति का जबरन धर्मांतरण करने का आरोप लगाया गया है। हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में धर्मांतरण।
वीडियो में पेड़ से बंधी महिलाओं के साथ साथ सफ़ेद शर्ट पहने एक शख्स भी दिखाई दे रहा है। वो कह रहा है, ‘वो हिंदू धर्म और संस्कृति को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार हैं।’ माथे पर टीका लगाए व्यक्ति बाद में ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाता है। और महिलाएं असहाय होकर उसे देखती रहती हैं। वो कहता है, ‘देखिए, ये कैसे धर्मांतरण कर रहे हैं। जब हम लोग अपने धर्म के लिए जी जान लगाकर काम कर रहे हैं, धर्म के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। इस तरह के लोग समाज को खराब कर रहे हैं।’
उस व्यक्ति ने कहा कि ‘अगर आप अपने इलाके में ऐसी कोई घटना देख रहे हैं, तो हमको खबर दीजिये, हम लोग आपके पास पहुंचेंगे। अगर हम आज ऐसे मामलों पर ध्यान नहीं देंगे तो हमारी आने वाली पीढ़ी खराब हो जाएगी। आप तो देख ही रहे हैं बांग्लादेश में क्या हुआ है! इसलिए आप लोगों से विनती है कि अगर ऐसे कुछ साजिश करने वाले लोगों को जानते हैं तो उनको पकड़कर हमको खबर दीजिए।’
इसके बाद दोनों औरतों को “जय श्री राम” बोलने और ये कहने के लिए मजबूर किया जाता है कि अब वो धर्म परिवर्तन नहीं कराएंगी। इसके बाद वहां एक औरत आती है और उन दोनों में से एक औरत को मारती है। वही एक दूसरे वीडियो में पुलिस दोनों औरतों को पेड़ से खोल रही है। बालासोर पुलिस के एसपी राज प्रसाद ने बताया है कि मामले में दो FIR दर्ज की गई हैं। एक FIR, भारतीय न्याय संहिता के तहत ज़बरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में दोनों महिलाओं समेत उस शख्स के खिलाफ दर्ज़ कराई गई है, जिसका कथित तौर पर धर्म परिवर्तन करना था। दूसरी FIR भीड़ के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) एक्ट, 1989 के तहत दर्ज़ हुई है। इस तरह से, मामले में कुल सात लोग पुलिस की हिरासत में हैं। पुलिस के अनुसार, मामले की जांच अभी जारी है।