पटना: बीपीएससी परीक्षार्थियों पर पुलिस ने बरसाया जमकर लाठियाँ, कई अभ्यर्थी घायल
अनिल कुमार
पटना: बिहार की राजधानी पटना में बुधवार शाम को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) का घेराव करने की कोशिश में बीपीएससी परीक्षार्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए हैं। छात्र नेता खुशबू पाठक ने मीडिया से बात करते हुवे बताया, ‘दो छात्रों और एक टीचर को हम लोग इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाए हैं। पुलिस ने बीपीएससी की महिला परीक्षार्थियों तक को नहीं छोड़ा। अस्पताल में जिस लड़की का इलाज चल रहा है पुरुष पुलिस ने उसके पेट पर मारा था।’
पटना प्रशासन ने इस घटना पर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, ‘आज बीपीएससी परीक्षार्थी निर्धारित धरना स्थल गर्दनीबाग से दूर नेहरू पथ पर स्थित बीपीएससी कार्यालय के निकट प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर प्रदर्शन करने लगे। धरना स्थल पर वापस जाने का बार-बार अनुरोध करने पर भी वे नहीं माने और कुछ लोग वहीं धरने पर बैठ गये, जिन्हें हल्का बल प्रयोग करके हटाया गया। प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने, अफ़वाह फैलाने और लोगों को उकसाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
इस लाठीचार्ज के बाद निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, ‘बीपीएससी छात्रों के साथ सरकार आतंकियों और अपराधियों जैसा क्रूर व्यवहार कर रही है।’ वहीं कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कहा, ‘सरकार छात्रों पर लाठीचार्ज करके उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है जबकि सरकार को बातचीत करनी चाहिए।’ बता दें कि बीते 18 दिसंबर से बीपीएससी की 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बीपीएससी के परीक्षार्थी पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हैं।
परीक्षार्थियों ने इससे पहले 6 दिसंबर को भी अपनी मांगों को लेकर बीपीएससी का घेराव किया था। तब भी बिहार पुलिस ने परीक्षार्थियों पर लाठीचार्ज किया था। बीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के दौरान सिर्फ़ बापू परीक्षा परिसर में गड़बड़ी को स्वीकार किया है। इस केन्द्र के 12 हज़ार परीक्षार्थियों के लिए दोबारा 4 जनवरी को परीक्षा होगी। जबकि छात्रों की मांग है कि बीपीएससी की परीक्षा दोबारा से बिहार के सभी 912 केन्द्रों में करवाई जाए। धरने पर बैठे छात्रों को विपक्ष का समर्थन मिल रहा है।