संभल: मस्जिद के ठीक सामने पुलिस चौकी स्थापना पर बोले ओवैसी ‘मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनाने की क्षमता है तो आप संभल में स्कूल, कालेज और अस्पताल क्यों नही बना सकते?’
आफताब फारुकी
डेस्क: यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के ठीक सामने पुलिस चौकी बनाए जाने को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने कहा, ‘अगर आपके पास संभल की ऐतिहासिक मस्जिद के ठीक सामने एक पुलिस चौकी बनाने की क्षमता है तो आप संभल में स्कूल, कॉलेज और अस्पताल क्यों नहीं बना सकते?’
ओवैसी ने कहा, ‘यह जगज़ाहिर तथ्य है कि स्कूल छोड़ने की सबसे अधिक दर मुस्लिम महिलाओं में है। यह भी सब जानते हैं कि मुसलमानों में साक्षरता दर सबसे कम है। मुस्लिम समुदाय में सबसे कम ग्रैजुएट्स की संख्या है। मेडिकल से जुड़े तमाम मुद्दे हैं। तो उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार इन समस्याओं को हल करने में रुचि क्यों नहीं ले रही है?’
उन्होंने बीजेपी पर सांप्रदायिक मानसिकता रखने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘यह संदेह पैदा करके कि इन मुस्लिम इलाक़ों की पुलिस चौकियों के सीसीटीवी से निगरानी करनी पड़ेगी, आप उस सांप्रदायिक मानसिकता को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।” उन्होंने कुछ अध्ययनों का हवाला देते हुए कहा कि मुस्लिम बहुल इलाक़ों में सरकार सार्वजनिक सुविधाएं सुनिश्चित करने में नाकाम रही है। उदाहरण के लिए अस्पताल, स्कूल, कॉलेज।’
उन्होंने एमआईटी के डरमाउथ कॉलेज के पॉल लोवोसाड द्वारा किए गए एक अध्ययन का हवाला दिया और कहा, ‘सरकार ने सार्वजनिक सुविधाएं मुहैया कराने में किस हद तक भेदभाव बरता है, यह अध्ययन साफ़ दिखाता है, ख़ासकर बीजेपी सरकारों ने।’ समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, संभल में शाही जामा मस्जिद के सामने खाली पड़ी जगह पर पुलिस चौकी बनाने का काम तेज़ी से चल रहा है।
27 दिसंबर को जगह की पहचान कर सर्वे का काम पूरा किया गया और 28 दिसंबर को भूमि पूजन किया गया। निर्माण स्थल पर बड़ी संख्या में आरएफ़ जवानों को तैनात किया गया है। शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर पिछले महीने 25 नवंबर को हुए विवाद के बाद से ही संभल में तनाव है। उस दिन हुई हिंसा में चार लोगों की लगने से मौत हुई थी, जबकि 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। मृतकों के परिजनों का दावा है कि मौत पुलिस फ़ायरिंग में हुई थी।